Question:

'हास्य' अथवा 'करुण' रस की परिभाषा लिखते हुए उसका एक उदाहरण दीजिए।
 

Show Hint

उत्तर में स्थायीभाव, विभाव, अनुभाव तीन शब्द अवश्य आएँ—इन्हीं से रस की पहचान पक्की होती है।
Updated On: Oct 10, 2025
Hide Solution
collegedunia
Verified By Collegedunia

Solution and Explanation

Step 1: रस-तत्त्व. रस = स्थायीभाव का रस-निष्पादन; विभाव–अनुभाव–व्यभिचारी का समुच्चय।

Step 2: किसी एक रस का ठोस उदाहरण. हास्य में उपहास/विदूषक; करुण में वियोग/विलाप—उदाहरण सहित लिखें।

Final Answer: हास्य रस: विघ्न/विचित्र/उपहासजन्य स्थितियों से उत्पन्न आनन्द/हँसी की भावावस्था; स्थायीभाव—हास (हँसना); विभाव—हास-कारक कारण/वेषभूषा; अनुभाव—हँसना, दाँत दिखाना, अंगों का कम्पन इत्यादि।
उदाहरण: विदूषक का लतीफ़ा सुनकर सभा में सब जोर से हँस पड़े—हास्य रस व्यक्त।
(या) करुण रस: शोक/दुःख से उत्पन्न रस; स्थायीभाव—शोक; विभाव—वियोग, वध, पराभव; अनुभाव—आँसू, विषाद, निःश्वास आदि।
उदाहरण: भरत का राम-वनगमन पर विलाप—करुण रस।

Was this answer helpful?
0
0