भारतीय ज्ञानमीमांसा में चार प्रमुख पद प्रयुक्त होते हैं—प्रमाता (ज्ञाता/knower), प्रमाण (ज्ञान का साधन/means of knowledge), प्रमेय (ज्ञेय/object), और प्रमा (यथार्थ/सत्य ज्ञान, valid cognition)। विकल्प (1) प्रमा = यथार्थ ज्ञान; (2) अप्रमा = मिथ्या/अयथार्थ ज्ञान; (3) प्रमाण = प्रत्यक्ष, अनुमान, उपमान, शब्द आदि साधन; जबकि "ज्ञान प्राप्त करने वाला" प्रमाता कहलाता है, जो विकल्पों में नहीं है। इसलिए उचित उत्तर "इनमें से कोई नहीं" है।