घर घर चीर रचा सब काहूँ। मोर रूप रंग ले गा नाहूँ॥
पलटी न बहुआ गा जो बिछाई। अबहूँ फिरे फिरे रंग साई॥
सियरी अगिनि बिसहनि हिय जारा। सुलगी सुलगी दाहै भै छारा॥
यह दुख दाध न जाने कंतू। जोबन जनम करे भरमंतू॥
‘जब मन दुःखी होता है तो सुंदरता भी हमें अपनी ओर आकृष्ट नहीं कर पाती।’ विद्यापति रचित ‘पद’ के आधार पर सिद्ध कीजिए।
“सरोज–स्मृति” कविता एक भाग्यहीन पिता के पुत्री के प्रति कुछ न कर पाने की व्यथा है।
इस कथन की पुष्टि कीजिए।
निम्नलिखित काव्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए :
कल थे कुछ हम बन गए आज अजनबी हैं,
सब द्वार बंद, टूटे संबंध पुराने हैं।
हम सोच रहे यह कैसा नया समाज बना
जब अपने ही घर में हुए हम बिछाने हैं।
है आधी रात अर्थ जग पड़ा अंधेरे में,
सुख की दुनिया सोती, रंगों के घेरे में,
पर दुःख का इंसानी दीपक जलकर कहता
अब ज्यादा देर नहीं है, नए सवेरे में।
हम जीवन की मिट्टी में मिले सितारे हैं
हम राख नहीं हैं राख ढके अंगारे हैं।
जो अग्नि छिपा रखी है हमने गलियों से
हर बार धरा पर उसने प्रलय उतारे हैं।
निम्नलिखित काव्यांश में से किसी एक की सप्रसंग व्याख्या कीजिए:
यह जन है — गाता गीत जिन्हें फिर और कौन गाएगा?
पनडुब्बा — ये मोती सच्चे फिर कौन कूती लाएगा?
यह सम्भावना — ऐसी आग हटेगा बिसला सुलगाएगा।
यह अदितीय — यह मेरा — यह मैं स्वयं विसर्जित —
यह दीप, अकेला, स्नेह भरा
है गर्व भरा मदमाता, पर इसको भी पंक्तियों को दे दो।
निम्नलिखित काव्यांश में से किसी एक की सप्रसंग व्याख्या कीजिए:
आगहन देवस घटा निशि बारी।
दूसर, दुख सो जाइ किमि कारी॥
अब धनि देवस बिरह भा राती।
जरे बिरह ज्यों दीपक बाती॥
काँपा हिया जनावा सीऊ।
तो पै जाइ होइ सँग पीऊ॥
घर घर चीर रचा सब काहूँ।
मोरे रूप रंग ले गा नाहूँ॥
The following question is based on pollination. Study the figures carefully and answer the questions that follow.
संचार का सबसे पुराना और लोकप्रिय माध्यम होने पर भी समाचार-पत्रों की तुलना में टी.वी. की लोकप्रियता का कारण लिखिए। (शब्द सीमा — लगभग 40 शब्द)
धरती के तापमान में वृद्धि के लिए ‘अपना मालवा खाओ–उजाड़ सभ्यता में….’ पाठ में किसे जिम्मेदार ठहराया गया है? क्या इस तापमान वृद्धि में हमारी भी कोई भूमिका है? हम धरती के तापमान को नियंत्रित कैसे रख सकते हैं?
‘इसे सेस, सारथी भी नहीं बचा सकतें’ - ‘बिस्कोहर की माटी’ पाठ में यह कथन किस संदर्भ में कहा गया है? इसका क्या आशय है? इस संदर्भ में अपने विचार स्पष्ट कीजिए।