दोग्धा का सन्धि-विच्छेद है :
पवित्रम् का सन्धि-विच्छेद है :
हरेऽव का सन्धि-विच्छेद है :
हरे का संधि-विच्छेद है:
वनेत्र का संधि-विच्छेद है:
रामस्वरति में संधि है: