Question:

'चरण-कमल बंदौ हरि राई ।' में प्रयुक्त अलङ्कार है : 
 

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रूपक और उपमा में अंतर को स्पष्ट रूप से समझें। उपमा में 'जैसा' या 'समान' का भाव होता है (तुलना), जबकि रूपक में 'वही है' का भाव होता है (एकरूपता)।
Updated On: Nov 10, 2025
  • उपमा
  • उत्प्रेक्षा
  • रूपक
  • यमक
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collegedunia
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The Correct Option is C

Solution and Explanation

Step 1: Understanding the Question:
दी गई काव्य पंक्ति में प्रयुक्त अलंकार की पहचान करनी है।
Step 2: Key Concept:
- उपमा अलंकार: जहाँ उपमेय की तुलना उपमान से किसी समान गुण के आधार पर की जाए और वाचक शब्द (सा, सम, जैसा) का प्रयोग हो।
- रूपक अलंकार: जहाँ उपमेय पर उपमान का अभेद आरोप किया जाए, यानी उपमेय और उपमान को एक ही मान लिया जाए। इसमें वाचक शब्द नहीं होता।
- उत्प्रेक्षा अलंकार: जहाँ उपमेय में उपमान की संभावना या कल्पना की जाए। इसमें वाचक शब्द (मनु, मानो, जनु, जानो) होते हैं।
Step 3: Detailed Explanation:
पंक्ति 'चरण-कमल बंदौ हरि राई' का अर्थ है - मैं भगवान के कमल रूपी चरणों की वंदना करता हूँ।
यहाँ 'चरण' (उपमेय) पर 'कमल' (उपमान) का अभेद आरोप है। चरण को ही कमल बता दिया गया है, उनके बीच कोई तुलना नहीं की गई है और न ही कोई वाचक शब्द है।
इसलिए, यहाँ रूपक अलंकार है।
यदि यह 'कमल-से चरण' होता तो उपमा अलंकार होता।
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