'छात्रावास में रहने के लिए पिता-पुत्र के बीच का संवाद लिखिए।'
संवाद लेखन
पुत्र: पिताजी, मैं चाहता हूँ कि अब छात्रावास में रहकर पढ़ाई करूँ। वहाँ पढ़ाई का अच्छा वातावरण है।
पिता: बेटा, छात्रावास में पढ़ाई तो अच्छी होगी, पर घर से दूर रहकर तुम्हें कठिनाई तो होगी।
पुत्र: जी पिताजी, कठिनाई तो होगी, पर मैं आत्मनिर्भर बनना चाहता हूँ। वहाँ अनुशासन और समय का पालन सिखाया जाता है।
पिता: यह अच्छी बात है। पर घर की देखभाल और माँ की चिंता तुम्हें खलेगी।
पुत्र: मैं छुट्टियों में घर आता रहूँगा। आप निश्चिंत रहें। मेरी पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित करने का यही उचित उपाय है।
पिता: ठीक है बेटा, यदि तुम्हारी यही इच्छा है तो मैं तुम्हें छात्रावास में भेजने को तैयार हूँ।
पुत्र: धन्यवाद पिताजी, मैं आपके विश्वास पर खरा उतरूँगा।
Final Answer:
इस प्रकार पिता और पुत्र के बीच का यह संवाद छात्रावास में रहने के लाभ और कठिनाइयों को स्पष्ट करता है।
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