Comprehension

भारतीय संस्कृति के प्रति निष्ठा लेकर चलने वाले भी कुछ राजनीतिक दल हैं । किन्तु वे भारतीय संस्कृति की समानता को उसकी गतिहीनता समझ बैठे हैं और इसलिए बीते युग की रूढ़ियों अथवा यथास्थिति का समर्थन करते हैं । संस्कृति के क्रांतिकारी तत्त्व की ओर उसकी दृष्टि नहीं जाती । वास्तव में समाज में प्रचलित अनेक कुरीतियाँ जैसे – छुआछूत, जाति-भेद, दहेज, मृत्युभोज, नारी-अवमानना आदि भारतीय संस्कृति और समाज के स्वास्थ्य के सूचक नहीं बल्कि रोग के लक्षण हैं । भारत के अनेक महापुरुष, जिनकी भारतीय परम्परा और संस्कृति के प्रति अनन्य निष्ठा थी, इन बुराइयों के विरुद्ध लड़े हैं ।

Question: 1

प्रस्तुत गद्यांश के पाठ और लेखक के नाम का उल्लेख कीजिए।

Show Hint

गद्यांश का अध्ययन करते समय लेखक के दृष्टिकोण और उद्देश्य को समझना महत्वपूर्ण होता है, ताकि पाठ का सही अर्थ निकल सके।
Updated On: Nov 11, 2025
Hide Solution
collegedunia
Verified By Collegedunia

Solution and Explanation

प्रस्तुत गद्यांश 'भारतीय संस्कृति के प्रति निष्ठा' पर आधारित है। इस गद्यांश का लेखक नाम उल्लिखित नहीं है, लेकिन इसमें भारतीय संस्कृति की समझ और उसकी वर्तमान स्थिति पर विचार व्यक्त किए गए हैं।
Was this answer helpful?
0
0
Question: 2

भारतीय संस्कृति के प्रति किसे निष्ठा है?

Show Hint

भारतीय संस्कृति में निष्ठा रखने का मतलब केवल परंपराओं को बनाए रखना नहीं है, बल्कि समय के साथ उसमें सुधार और परिवर्तन लाना भी आवश्यक है।
Updated On: Nov 11, 2025
Hide Solution
collegedunia
Verified By Collegedunia

Solution and Explanation

भारतीय संस्कृति के प्रति निष्ठा रखने वाले वे राजनीतिक दल हैं जो भारतीय संस्कृति की रक्षा और प्रचार-प्रसार के लिए कार्य करते हैं, लेकिन उनका दृष्टिकोण संस्कृति के क्रांतिकारी तत्व की ओर नहीं बढ़ पाता।
Was this answer helpful?
0
0
Question: 3

भारतीय संस्कृति के प्रति किसे निष्ठा है?

Show Hint

भारतीय संस्कृति में निष्ठा रखने का मतलब केवल परंपराओं को बनाए रखना नहीं है, बल्कि समय के साथ उसमें सुधार और परिवर्तन लाना भी आवश्यक है।
Updated On: Nov 11, 2025
Hide Solution
collegedunia
Verified By Collegedunia

Solution and Explanation

भारतीय संस्कृति के प्रति निष्ठा रखने वाले वे राजनीतिक दल हैं जो भारतीय संस्कृति की रक्षा और प्रचार-प्रसार के लिए कार्य करते हैं, लेकिन उनका दृष्टिकोण संस्कृति के क्रांतिकारी तत्व की ओर नहीं बढ़ पाता।
Was this answer helpful?
0
0
Question: 4

समाज में प्रचलित किन-किन कुरीतियों का उल्लेख किया गया है?

Show Hint

इन कुरीतियों का समाज पर गहरा नकारात्मक प्रभाव पड़ता है, और इन्हें समाप्त करना भारतीय संस्कृति की सच्ची पहचान होगी।
Updated On: Nov 11, 2025
Hide Solution
collegedunia
Verified By Collegedunia

Solution and Explanation

समाज में प्रचलित कुरीतियाँ जैसे – छुआछूत, जाति-भेद, दहेज, मृत्युभोज, नारी-अवमानना आदि का उल्लेख किया गया है। ये सभी कुरीतियाँ भारतीय संस्कृति के स्वस्थ और प्रगतिशील रूप के विरोध में हैं।
Was this answer helpful?
0
0
Question: 5

कौन से तत्त्व स्वस्थ समाज के सूचक नहीं हैं?

Show Hint

स्वस्थ समाज की पहचान है समानता, समर्पण और सम्मान – न कि किसी भी रूप में भेदभाव और कुरीतियाँ।
Updated On: Nov 11, 2025
Hide Solution
collegedunia
Verified By Collegedunia

Solution and Explanation

छुआछूत, जाति-भेद, दहेज, मृत्युभोज और नारी-अवमानना जैसे कुरीतियाँ स्वस्थ समाज के सूचक नहीं हैं। ये सामाजिक असमानता और अपमान के प्रतीक हैं और समाज की संप्रगति में अवरोध उत्पन्न करते हैं।
Was this answer helpful?
0
0

Top Questions on गद्यांश पर आधारित प्रश्न

View More Questions