'बेकाम' सामासिक पद का विग्रह करके भेद भी लिखिए।
'बेकाम' सामासिक पद का विग्रह है – बे + काम.
यहाँ ‘बे’ उपसर्ग है जिसका अर्थ होता है ‘बिना’ या ‘नहीं’ और ‘काम’ का अर्थ है ‘मूल्य’ या ‘महत्व’।
इस प्रकार ‘बेकाम’ का अर्थ होता है ‘जिसका कोई मूल्य या महत्त्व न हो’ अर्थात ‘व्यर्थ’ या ‘बेकार’।
भेद: यह तत्पुरुष समास का उदाहरण है क्योंकि इसमें पहला पद (‘बे’) दूसरे पद (‘काम’) का विशेषण है और दोनों मिलकर एक नया अर्थ प्रदान करते हैं।
तत्पुरुष समास में पहले पद का अर्थ दूसरे पद को स्पष्ट करता है और यहाँ ‘बे’ शब्द ‘काम’ शब्द को नकारता है, जो तत्पुरुष समास की विशेषता है।
इस प्रकार ‘बेकाम’ शब्द समासिक रूप में बना है और इसका अर्थ तथा भेद स्पष्ट है।
‘मेघला के आकार वाली पर्वत श्रृंखला ने पृथ्वी को चारों तरफ से घेर रखा है।’ – रेखांकित पदों की जगह उपयुक्त समस्तपद प्रस्तुत कीजिए तथा समास का नाम भी लिखिए।
'नवनिधि' समस्त पद किस समास का उदाहरण है और कैसे ?
द्वंद्व समास का एक उदाहरण दीजिए।
'क्रांति से हीन' विग्रह का समस्त पद बनाकर भेद का नाम भी लिखिए।
ततारा ध्यान में मग्न होकर वामीरो का गाना सुन रहा था। इस वाक्य में रेखांकित पदों की जगह उपयुक्त समस्त पद लिखिए।
काशी में कलाधर-हनुमान हैं और नृत्य-विश्वनाथ हैं ।
(सरल वाक्य में बदलिए)
"जितेंद्र नार्गे जैसे गाइड के साथ किसी भी पर्यटन स्थल का भ्रमण अधिक आनंददायक और यादगार हो सकता है।" इस कथन के समर्थन में 'साना साना हाथ जोड़ि .......' पाठ के आधार पर तर्कसंगत उत्तर दीजिए।