निम्नलिखित में से कौन-सा कवि छायावाद का नहीं है?
'पलाशवन' काव्य-संकलन के प्रेरक हैं:
'कृष्ण' के रचनाकार हैं:
अलीला का विस्तृत वर्णन 'साकेत' महाकाव्य के किस कर्म में है?
'बहतर' कहानी के लेखक हैं:
'रंग का स्वरूप' निबंध-विविधकरण अवलोकन के किस निबंध-संग्रह से लिया गया है?
'उसे कहा था' कहानी के लेखक हैं:
'विवातिन' विचार-संग्रह के लेखक हैं:
'आवरण की समस्या' के लेखक हैं:
निम्नलिखित वाक्यांशों के लिए एक सही शब्द का चयन करें: जो सब कुछ जानता हो
निम्नलिखित वाक्यांशों के लिए एक सही शब्द का चयन करें: जिसके समान कोई दूसरा न हो
निम्नलिखित में से किन्हीं \(\underline{दो}\) वाक्यों को शुद्ध करके लिखिए:
(i) आज मेरा बड़ा भाई आ गया।
(ii) राधा ने पत्र पढ़ी।
(iii) मेरे को फल ले आओ।
(iv) उपर्युक्त कथन सही है।
निम्नलिखित शब्दों में से किसी \(\underline{एक}\) शब्द के दो अर्थ लिखिए।
(i) विधि
(ii) वारिद
(iii) द्विज
(iv) सुकृत
निम्नलिखित शब्द-युग्मों का सही अर्थ चिह्न ✓ लगाकर चुनिए:
(ii) भवन-भुवन
(i) सूर-सूर
अधोलिखित गद्यांश पर आधारित प्रश्नों के उत्तर दीजिए: आजाद भारत में दुर्गा पूजा के अवसर और समय प्राप्त हुआ। मकसद ने उन्हें नतमस्तक किया था। वह घुटने टेक चुके थे।उनके सम्मान में आयोजित यह समारोह नुस्सारुल मुसलमान के जख्म 51 बरसों से ताजा रखे हुए था। यह सब कुछ किसी एक परंपरा या किसी खास मजहब के विरोध में नहीं था। बल्कि इस सच को सिद्ध करने की कोशिश थी कि भारत में सहअस्तित्व का एक बड़ा समाज कायम रहा है।
निम्नलिखित लोकोक्तियों और मुहावरों में से किसी \(\underline{एक}\) का अर्थ निर्धारित कर, प्रयुक्त शब्दों में वाक्य प्रयोग कीजिए।
निम्नलिखित श्लोकों में से किसी \(\underline{एक}\) का पद्य-सहित हिंदी में अनुवाद कीजिए।निन्दन्तु नीतिनिपुणाः यदि वा स्तुवन्तु। लक्ष्मीः समाविशतु गच्छतु वा यथेच्छम्।। अधेति वा मरणमपि शायन्ते वा। न्याय्यपथः प्रविचलन्ति पदं न धीः।।
निम्नलिखित श्लोकों में से किसी \(\underline{एक}\) का पद्य-सहित हिंदी में अनुवाद कीजिए।
अधः प्राची दिशायाः संधारिताः ग्रामाः कनकः। गरुडराजस्याः शुभजन इव ग्रामायमः।। क्षयं क्षीणतात् सुपथया इवायुप्रमा।। न दीशा राज्ञः द्विविधारिष्टानामिव गुणाः।।
निम्नलिखित संस्कृत गाथाओं में से किसी \(\underline{एक}\) का सरल-संहित हिंदी में अनुवाद कीजिए।अतीव प्रथमकले चपलः सिंहः राजनाम्बुधेः। मरण्या आत्मनन्दस्य, शकुन्तः सुवर्णस्यम्। तस्य पुत्रः सुवर्णकेशरः दुर्विनीतः अतीव संयताय आसीत्। तत्तु वचनस्य, यथा आत्मनस्तु निवेदनं स्वामी गुणवतः इति।। हस्तिनः तत्तु वा दशा चिन्तनीय रघुनन्दनस्य सत्यपथ।।
निम्नलिखित संस्कृत गाथाओं में से किसी \(\underline{एक}\) का सरल-संहित हिंदी में अनुवाद कीजिए।यथैवक्षपणवतः जीवनं तथैव ते जीवनं स्यात्। अमृतत्वस्य तु नाशास्ति विनाशिनः इति। सा मे मतिर्भवेत् – येनार्थं नाप्नोति यस्मिन न कुण्ठ्यते। पदं भगवन् केवलं-अमृतलक्षणं जानासि, तद्वे म मे बुद्धिः। याकदस्यं एव प्रियम् - प्रियं न, सती त्वं प्रियं भासे।।
'आलोककृत' खंडकाव्य का कथा-संक्षेप लिखिए।
'आलोककृत' खंडकाव्य के नायक की चारित्रिक विशेषताओं पर प्रकाश डालिए।
'सत्य की जीत' खंडकाव्य की कथा-संक्षेप लिखिए।
'सत्य की जीत' खंडकाव्य के आधार पर 'द्रौपदी' का चरित्र-विश्लेषण कीजिए।