Question:

योग दर्शन के प्रवर्तक कौन हैं? 
 

Show Hint

युग्म याद रखें: सांख्य–योग. प्रवर्तक जोड़ी: कपिल = सांख्य, पतंजलि = योग; गौतम = न्याय, कणाद = वैशेषिक
  • गौतम
  • कणाद
  • पतंजलि
  • कपिल
Hide Solution
collegedunia
Verified By Collegedunia

The Correct Option is C

Solution and Explanation

चरण 1: प्रवर्तक और ग्रन्थ।
भारतीय परम्परा में पतंजलि को योग दर्शन का प्रवर्तक/संहिता-कर्त्ता माना जाता है। उनकी रचना योगसूत्र चार पादों में अष्टाङ्ग-योग की विधि, चित्तवृत्ति-निरोध, समाधि और कैवल्य का पद्धतिपूर्वक निरूपण करती है।
चरण 2: दर्शन का स्वरूप।
योग दर्शन व्यवहार-उन्मुख है—यम, नियम, आसन, प्राणायाम, प्रत्याहार, धारणा, ध्यान, समाधि के क्रम से चित्त की शुद्धि और एकाग्रता कर मुक्तिपथ दिखाता है। इसे प्रायः सांख्य के समान-तंत्र के रूप में समझा जाता है: सांख्य तत्त्वज्ञान देता है, योग उसकी साधना-पद्धति।
चरण 3: विकल्पों का उन्मूलन।
गौतम न्यायसूत्रकार; कणाद वैशेषिक के प्रवर्तक; कपिल सांख्य के प्रवर्तक हैं। अतः योग के प्रवर्तक पतंजलि ही हैं।
Was this answer helpful?
0
0