'वृद्धः' शब्द का सन्धि-विच्छेद इस प्रकार होता है: वृध् + धः।
यहाँ संयुक्त व्यंजन सन्धि हुई है, जिसमें 'ध' और 'ः' के मेल से 'द्ध' का रूप बनता है।
सन्धि नियम:
संस्कृत में जब किसी शब्द का अंतिम स्वर व्यंजन से मिलकर संयुक्त ध्वनि उत्पन्न करता है, तो इसे संयुक्त व्यंजन सन्धि कहते हैं।
उदाहरण: बुध् + धिः → बुद्धिः
मृद् + धः → मृदुः