'उच्चारणम्' शब्द में व्यंजन सन्धि होती है। इसमें मूल रूप से 'उद् + चारणम्' शब्दों का संयोग होता है। विसर्ग संधि के नियम के अनुसार, जब 'द्' व्यंजन के बाद 'च' ध्वनि आती है, तो 'द्' ध्वनि 'च्च' में परिवर्तित हो जाती है, जिससे 'उच्चारणम्' शब्द बनता है। यह व्यंजन संधि का उदाहरण है।