चरण 1: द्रव्य की परिभाषा।
वैशेषिक के सात (बाद में आठ) पदार्थों में द्रव्य वह आधार है जिसमें गुण और कर्म अध्यारोपित होते हैं तथा जिससे संयोग–विभाग आदि संभव होते हैं।
चरण 2: द्रव्यों की सूची।
वैशेषिक नौ द्रव्य मानता है—(i) पृथ्वी, (ii) आप, (iii) तेज, (iv) वायु, (v) आकाश, (vi) काल, (vii) दिशा, (viii) आत्मा, (ix) मन। ये सब द्रव्य श्रेणी के अंतर्गत आते हैं।
कर्म (गति/आंदोलन) द्रव्य नहीं, बल्कि पदार्थों की अलग श्रेणी है—इसके पाँच भेद माने गए हैं: उत्क्षेपण, अवक्षेपण, आकुंचन, प्रसारण, गमन। अतः कर्म द्रव्य नहीं ठहरता।
चरण 3: विकल्प-उन्मूलन।
काल, आत्मा और पृथ्वी—तीनों वैशेषिक के द्रव्य हैं; जबकि कर्म द्रव्य का गुणधर्म नहीं बल्कि पृथक् पदार्थ-श्रेणी है। इसलिए सही उत्तर (1) कर्म।