समासविग्रहाणां समासनामानि: सह मेलं कुरुत। (6 तः 4)
\[\begin{array}{|c|c|} \hline \textbf{समासविग्रहः} & \textbf{समासनाम} \\ \hline \text{(1) रामस्य अभिषेकः।} & \text{षष्ठी-तत्पुरुषः} \\ \hline \text{(2) न शक्यम्।} & \text{नञ्-तत्पुरुषः} \\ \hline \text{(3) मृगः च शृगालः च।} & \text{इतर-इतर-द्वन्द्वः} \\ \hline \text{(4) सत्कुणाः एव सम्पत्तिः।} & \text{अव्ययीभावः} \\ \hline \text{(5) महान् भागः यस्य सः।} & \text{बहुव्रीहिः} \\ \hline \text{(6) ऋग्मम् अनुस्यूत।} & \text{कर्मधारयः} \\ \hline \end{array}\]
पदे शुद्धं पूर्णं च लिखत। (3 तः 2)
अभ्यासनाम् ............................ मतिदातृत्तम्॥
पदे शुद्धं पूर्णं च लिखत। (3 तः 2)
यत्र ............................ ह्रदयते॥
पदे शुद्धं पूर्णं च लिखत। (3 तः 2)
वैद्यराज ............................ धनानि च॥
मञ़्जुषातः नामानि सर्वनामानि च पृथक्कुरुत। (5 तः 4)
मञ़्जुषातः क्रियापदानि धातुसाधित-विशेषणानि च पृथक्कुरुत। (5 तः 4)
निम्नलिखित मुहावरों में से किसी एक मुहावरे का अर्थ लिखकर वाक्य में प्रयोग कीजिए :
(i) मुँह लाल होना
(ii) टाँग अड़ाना
अथवा
अधोरेखांकित वाक्यांश के लिए कोष्ठक में दिए मुहावरों में से उचित मुहावरे का चयन करके वाक्य फिर से लिखिए :
(तिलमिला जाना, काँप उठना)
पंडित बुद्धिराम काकी को देखते ही \underline{क्रोध में आ गए}।
Information Transfer: Answer the following question based on the given tree-diagram.
निम्नलिखित पठित गद्यांश पढ़कर दी गई सूचनाओं के अनुसार कृतियाँ कीजिए :
आँख खुली तो मैंने अपने-आपको एक बिस्तर पर पाया। इर्द-गिर्द कुछ परिचित-अपरिचित चेहरे खड़े थे। आँख खुलते ही उनके चेहरों पर उत्सुकता की लहर दौड़ गई। मैंने कराहते हुए पूछा "मैं कहाँ हूँ ?"
"आप सार्वजनिक अस्पताल के प्राइवेट वार्ड में हैं। आपका ऐक्सिडेंट हो गया था। सिर्फ पैर का फ्रैक्चर हुआ है। अब घबराने की कोई बात नहीं।" एक चेहरा इतनी तेजी से जवाब देता है, लगता है मेरे होश आने तक वह इसलिए रुका रहा। अब मैं अपनी टाँगों की ओर देखता हूँ। मेरी एक टाँग अपनी जगह पर सही-सलामत थी और दूसरी टाँग रेत की थैली के सहारे एक स्टैंड पर लटक रही थी। मेरे दिमाग में एक नये मुहावरे का जन्म हुआ। 'टाँग का टूटना' यानी सार्वजनिक अस्पताल में कुछ दिन रहना। सार्वजनिक अस्पताल का खयाल आते ही मैं काँप उठा। अस्पताल वैसे ही एक खतरनाक शब्द होता है, फिर यदि उसके साथ सार्वजनिक शब्द चिपका हो तो समझो आत्मा से परमात्मा के मिलन होने का समय आ गया। अब मुझे यूँ लगा कि मेरी टाँग टूटना मात्र एक घटना है और सार्वजनिक अस्पताल में भरती होना दुर्घटना।
(4) सार्वजनिक रुग्णालयों की स्थिति के बारे में 25 से 30 शब्दों में अपने विचार लिखिए।