समनान्तरिक/समानान्तरवाद (Psychophysical Parallelism) क्या है?
Step 1: समस्या-पृष्ठभूमि.
द्वैतवाद में मन–देह व्यापार का 'कारण-सेतु' कठिन; समानान्तरवाद इसे टालकर सह-चलन की धारणा देता है।
Step 2: रूपान्तर.
(क) Pre-established Harmony—ईश्वर ने दोनों धाराओं को प्रारम्भ से सम-संगत नियोजित किया (लाइब्निज)। (ख) अवसरवाद से भिन्न—यहाँ ईश्वर हर क्षण हस्तक्षेप नहीं करता।
Step 3: बल/सीमाएँ.
बल—क्रॉस-कारण की कठिनाइयों से बचाव; सीमा—सह-सम्बन्ध की व्याख्या अलौकिक/पूर्व-नियोजन पर निर्भर, वैज्ञानिक परीक्षण कठिन।
Step 4: समकालीन संदर्भ.
न्यूरो-विज्ञान कारण-सम्बन्ध खोजता है; पर 'कोरिलेशन ≠ कॉज़ेशन' का सिद्धान्त समानान्तरवादी अन्तर्दृष्टि से मेल खाता है।
'प्रयोजनमूलक युक्ति' (Teleological / Pragmatic Argument) सम्बन्धित है—
निम्न में से किस युक्ति का कहना है कि ईश्वर का अस्तित्व, ईश्वर के विचार से अनिवार्यतः फलित होता है?
ईश्वर के अस्तित्व को सिद्ध करने के लिए देकार्त ने निम्न में से किस सिद्धान्त का प्रयोग किया है?
निम्न में से कौन 'समानान्तरवाद' (Psychophysical Parallelism) का समर्थक है?
पूर्व स्थापित सामंजस्य सिद्धान्त सम्बन्धित है—