तकनीक:
नई तकनीक उत्पादन, संचार, परिवार व राजनीति के पैटर्न बदलती है—उदा. इंटरनेट से श्रम-बाज़ार व पहचान-राजनीति पर असर। आर्थिक/जनसांख्यिकीय:
उद्योग/सेवा-विस्तार, ग्रामीण-शहरी पलायन, छोटी परिवार-मानसिकता और वृद्धावस्था बढ़ना—भूमिकाएँ/मूल्य बदलते हैं। कानून/शिक्षा/आंदोलन:
अधिकार-आधारित कानून, सार्वभौमिक शिक्षा और जेंडर/पर्यावरण आंदोलन वैचारिक वैधता बदलते हैं। पर्यावरण/आपदा:
महामारी/जलवायु झटके से कार्य-प्रणाली, स्वास्थ्य आचरण, और नीतियाँ तेजी से अनुकूलित होती हैं।