चरण 1: पृष्ठभूमि। 
एम. एन. श्रीनिवास ने दक्षिण भारत के कर्नाटक स्थित कूर्ग (Coorg/Kodagu) समुदाय तथा बाद में मैसूर के गाँव ''रामपुरा'' के विस्तृत क्षेत्र-अध्ययन पर आधारित होकर संस्कृतिकरण (Sanskritization) की संकल्पना दी। 
चरण 2: अवधारणा क्या कहती है? 
नीची/मध्य स्थिति वाली जातियाँ उच्च (ब्राह्मण/क्षत्रिय) समूहों की जीवन-शैली—देवपूजा, व्रत, भोजन-आचार, पवित्रता के नियम, विवाह व नामकरण रीति—को अनुकरण कर सामाजिक प्रतिष्ठा बढ़ाने की कोशिश करती हैं। इस ऊर्ध्व सांस्कृतिक अनुकरण की प्रक्रिया को श्रीनिवास ने संस्कृतिकरण कहा। 
चरण 3: अन्य विकल्प क्यों नहीं। 
नायर/लिंगायत पर उन्होंने टिप्पणियाँ अवश्य कीं, पर संस्कृतिकरण की मूल व्याख्या उनके कूर्ग और रामपुरा अध्ययन से निकली मानी जाती है। इसलिए सही उत्तर कूर्ग है।