मैं एक सैनिक हूँ, और मेरा जीवन कठिनाइयों से भरा हुआ है, लेकिन मुझे इससे कोई शिकायत नहीं है। जब से मैंने भारतीय सेना में शामिल होने का निर्णय लिया था, तब से मेरा उद्देश्य देश की सेवा करना था। मेरे जीवन में हर दिन एक नई चुनौती होती है। मैं और मेरे साथी सैनिक अपनी जान की बाजी लगाकर सीमाओं पर देश की रक्षा करते हैं।
हमारे लिए हमारी मातृभूमि से बढ़कर कुछ नहीं है। हमारे परिवारों से दूर रहकर, कठिन परिस्थितियों में रहते हुए हम देश की सुरक्षा सुनिश्चित करते हैं। हम अपनी शहादत से यह साबित करते हैं कि भारत की रक्षा में हमारा योगदान अतुलनीय है।
एक सैनिक का जीवन न केवल संघर्ष और बलिदान का होता है, बल्कि यह एक गर्व और सम्मान की बात भी है। हमारी सबसे बड़ी प्रेरणा यही होती है कि हम अपने देश के लिए कुछ कर रहे हैं, और देश की खातिर हमारी शहादत कभी व्यर्थ नहीं जाती।
मेरे जीवन में एक और बहुत महत्वपूर्ण पहलू है – मेरी ट्रेनिंग और अनुभव। सेना में भर्ती होने के बाद, मैंने न केवल शारीरिक और मानसिक रूप से मजबूत होना सीखा, बल्कि मैंने यह भी जाना कि आत्मविश्वास और साहस के साथ किसी भी परिस्थिति का सामना किया जा सकता है।
हमें अपनी व्यक्तिगत इच्छाओं से ऊपर उठकर, देश के लिए हर परिस्थिति में अपनी जान की बाजी लगानी होती है। हमें यह सिखाया जाता है कि भारत की सीमाओं पर हमारी शहादत ही सबसे बड़ा बलिदान है।
मुझे गर्व है कि मैं भारतीय सेना का हिस्सा हूँ। मुझे यह मान्यता प्राप्त है कि मैं अपने देश की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार हूँ और मेरे द्वारा किए गए कार्यों से देश को शांति और समृद्धि प्राप्त होती है। मेरा जीवन पूरी तरह से देश सेवा में समर्पित है।
हर एक सैनिक की आत्मकथा में साहस, बलिदान और देश प्रेम की कहानी होती है, और मुझे गर्व है कि मैं इसका हिस्सा हूँ।