चरण 1: प्रश्न को समझें
यह प्रश्न 'राष्ट्र' शब्द से बनने वाली भाववाचक संज्ञा की पहचान करने के लिए कहता है। भाववाचक संज्ञाएँ वे होती हैं जो किसी गुण, दशा, अवस्था, कार्य या भाव का बोध कराती हैं, जिन्हें छुआ या देखा नहीं जा सकता, केवल महसूस किया जा सकता है। यह हिंदी व्याकरण, विशेषकर संज्ञा और शब्द-रचना से संबंधित है।
चरण 2: 'राष्ट्र' शब्द का प्रकार और भाववाचक संज्ञा बनाने के नियम को जानें
राष्ट्र: यह एक जातिवाचक संज्ञा है, जिसका अर्थ देश या नेशन होता है।
भाववाचक संज्ञा का निर्माण: भाववाचक संज्ञाएँ प्रायः जातिवाचक संज्ञाओं, विशेषणों, क्रियाओं, सर्वनामों या अव्ययों में प्रत्यय (जैसे -ता, -त्व, -पन, -आई, -आहट, -ई) जोड़कर बनाई जाती हैं।
चरण 3: विभिन्न विकल्पों का विश्लेषण करें
(A) राष्ट्रीयता (Rashtriyata): यह शब्द 'राष्ट्र' में प्रत्यय '-ईय' जोड़कर विशेषण 'राष्ट्रीय' बनाया गया, और फिर 'राष्ट्रीय' में 'ता' प्रत्यय जोड़कर भाववाचक संज्ञा 'राष्ट्रीयता' बनाई गई है। 'राष्ट्रीयता' का अर्थ है 'राष्ट्र के प्रति भावना' या 'राष्ट्र से संबंधित होने का भाव', जो एक अमूर्त भाव है। अतः, यह एक भाववाचक संज्ञा है।
(B) राष्ट्र (Rashtra): यह मूल शब्द है और यह एक जातिवाचक संज्ञा है, भाववाचक संज्ञा नहीं।
(C) राष्ट्रीय (Rashtriya): यह 'राष्ट्र' शब्द से बना विशेषण है, जिसका अर्थ 'राष्ट्र से संबंधित' होता है (जैसे 'राष्ट्रीय ध्वज')। यह किसी संज्ञा की विशेषता बताता है, स्वयं भाववाचक संज्ञा नहीं है।
(D) राष्ट्रगण (Rashtragan): यह 'राष्ट्र' और 'गान' (गीत) से मिलकर बना एक यौगिक शब्द है, जिसका अर्थ 'राष्ट्रगान' (national anthem) होता है। यह एक व्यक्तिवाचक या जातिवाचक संज्ञा हो सकती है, लेकिन भाववाचक संज्ञा नहीं है।
चरण 4: सही उत्तर की पहचान करें
उपरोक्त विश्लेषण के आधार पर, 'राष्ट्रीयता' शब्द 'राष्ट्र' की भाववाचक संज्ञा है।
सही उत्तर है $\boxed{\text{(A) राष्ट्रीयता}}$।