चरण 1: प्रश्न को समझें
यह प्रश्न 'लेखकगण' शब्द को संज्ञा के किस भेद के अंतर्गत वर्गीकृत किया जाएगा, यह पहचानने के लिए कहता है। संज्ञा उन शब्दों को कहते हैं जो किसी व्यक्ति, वस्तु, स्थान, भाव या समूह का बोध कराते हैं।
चरण 2: 'लेखकगण' शब्द का अर्थ और संरचना समझें
लेखक: यह एक जातिवाचक संज्ञा है, जो 'लिखने वाला' व्यक्ति की पूरी जाति का बोध कराती है।
गण: यह एक प्रत्यय है जिसका प्रयोग 'समूह' या 'एकत्रित लोगों' को दर्शाने के लिए किया जाता है, जैसे 'छात्रगण' (छात्रों का समूह), 'देवगण' (देवताओं का समूह), 'श्रोतागण' (श्रोताओं का समूह)।
लेखकगण: अतः 'लेखकगण' का अर्थ है 'लेखकों का समूह' या 'लेखकों का समुदाय'।
चरण 3: संज्ञा के विभिन्न भेदों का विश्लेषण करें
संज्ञा के मुख्य भेद इस प्रकार हैं:
व्यक्तिवाचक संज्ञा (Proper Noun): जो किसी विशेष व्यक्ति, वस्तु या स्थान का बोध कराए। (जैसे: राम, दिल्ली, गंगा)। 'लेखकगण' किसी विशेष लेखक का नहीं, बल्कि समूह का बोध करा रहा है।
जातिवाचक संज्ञा (Common Noun): जो किसी प्राणी, वस्तु या स्थान की संपूर्ण जाति का बोध कराए। (जैसे: लड़का, नदी, शहर)। 'लेखक' स्वयं जातिवाचक है, लेकिन 'लेखकगण' एक समूह का बोध करा रहा है।
समूहवाचक संज्ञा (Collective Noun): जो किसी समूह या समुदाय का बोध कराए। ये संज्ञाएँ व्यक्तियों या वस्तुओं के समूह को एक इकाई के रूप में दर्शाती हैं। (जैसे: सेना, कक्षा, परिवार, झुंड)। 'लेखकगण' इस परिभाषा में पूर्णतया फिट बैठता है क्योंकि यह लेखकों के समूह का बोध करा रहा है।
भाववाचक संज्ञा (Abstract Noun): जो किसी भाव, गुण, दशा या अवस्था का बोध कराए जिसे छुआ या देखा नहीं जा सकता, केवल महसूस किया जा सकता है। (जैसे: बचपन, सुंदरता, क्रोध)। 'लेखकगण' कोई भाव नहीं है।
पुरुषवाचक (Purushvachak): यह संज्ञा का भेद नहीं है, बल्कि 'पुरुषवाचक सर्वनाम' (जैसे: मैं, तुम, वह) का भेद है। प्रश्न 'संज्ञा' के बारे में पूछ रहा है, इसलिए यह विकल्प असंगत है।
चरण 4: सही उत्तर की पहचान करें
'लेखकगण' शब्द 'लेखकों के समूह' को दर्शाता है, इसलिए यह समूहवाचक संज्ञा का उदाहरण है।
सही उत्तर है $\boxed{\text{(C) समूहवाचक}}$।