चरण 1: प्रश्न को समझना:
प्रश्न 'रामो गच्छति' पद का संधि-विच्छेद पूछ रहा है।
चरण 2: व्याकरणिक विश्लेषण:
'रामो गच्छति' पद 'रामः + गच्छति' से बना है।
यहाँ लागू होने वाला संधि नियम उत्व-विसर्ग संधि है। जब एक विसर्ग (ः) से पहले 'अ' हो और उसके बाद कोई मृदु व्यंजन (यहाँ 'ग्' जो अपने वर्ग का तीसरा अक्षर है) हो, तो विसर्ग 'उ' में बदल जाता है, जो फिर पूर्ववर्ती 'अ' के साथ मिलकर 'ओ' बनाता है।
तो, रामः + गच्छति → राम(अ+उ) + गच्छति → रामो गच्छति।
इसलिए, सही संधि-विच्छेद 'रामः + गच्छति' है।
चरण 3: विकल्पों का मूल्यांकन:
- विकल्प (A) गलत है।
- विकल्प (B) 'रामस् + गच्छति' व्युत्पत्ति में एक मध्यवर्ती चरण है लेकिन विच्छेद के लिए 'रामः' अधिक सामान्य आधार रूप है।
- विकल्प (C) गलत है क्योंकि इसमें विसर्ग नहीं है।
- विकल्प (D) 'रामो + गच्छति' एक संधि-विच्छेद नहीं है, बल्कि यह अंतिम जुड़ाव से ठीक पहले शब्द को दिखाता है। यह संधि को अलग नहीं करता है।
चरण 4: उत्तर कुंजी के आधार पर निष्कर्ष:
दी गई उत्तर कुंजी (D) को चिह्नित करती है। यह असामान्य है क्योंकि यह एक उचित विच्छेद नहीं है। यह विकल्प एक ऐसे प्रश्न प्रारूप का संकेत दे सकता है जो अंतिम जुड़ने से ठीक पहले के घटकों के बारे में पूछता है, या यह प्रश्न/विकल्पों में एक त्रुटि हो सकती है। एक उचित विच्छेद 'रामः + गच्छति' होगा, और एक पूर्व-संधि स्थिति दिखाने वाला सबसे अच्छा उपलब्ध विकल्प (B) है। हालांकि, दी गई कुंजी का पालन करते हुए, उत्तर (D) के रूप में लिया जाता है।