Comprehension

"साहित्य तो एक सात्विक जीवन है। उसे कठिन तपस्या और महान यज्ञ समझना चाहिए। जहाँ व्यक्ति के व्यक्तित्व
के कोई स्वतंत्र विषय नहीं रह जाते, उच्च साहित्य की वह भाव-भूमि है। वहाँ अपरिग्रह का साम्राज्य है, फोटो नहीं छापे जाते। वहाँ वाणी मौन रहती है गाथा' गाने में सुख नहीं मानती। उस उच्च स्तर से जितने क्रियाकलाप होते हैं आत्मा प्रेरणा से होते हैं पर आज दिन हिन्दी में आत्म-प्रेरणा और 'आत्मकथा' का नाम लेना पाखण्ड बढ़ाना है। हमारे देश में आत्मकथा लिखने की परिपाटी नहीं रही।"

Question: 1

हिन्दी में किस विधा को पाखण्ड कहा गया है?

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जब किसी साहित्यिक विधा के बारे में आलोचना की जाती है, तो यह महत्वपूर्ण होता है कि हम उसके ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संदर्भ को समझें।
Updated On: July 22, 2025
  • गाथा को
  • आत्मप्रेरित संस्मरण को
  • आत्मकथा को
  • इनमें से कोई नहीं
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The Correct Option is C

Solution and Explanation

उपरोक्त पाठ में आत्मकथा और आत्मप्रेरणा को पाखण्ड के रूप में देखा गया है। इसे हमारे देश में पाखण्ड माना गया है। इसलिए, सही उत्तर "आत्मकथा को" है।
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Question: 2

किस देश में आत्मकथा लिखने की परिपाटी नहीं रही?

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अक्सर साहित्यिक परंपराएँ संस्कृति और समाज की विशेषताओं से प्रभावित होती हैं। भारत में आत्मकथा लिखने की परंपरा पश्चिमी देशों की तुलना में कम रही है।
Updated On: July 22, 2025
  • भारतवर्ष में
  • उत्तर प्रदेश में
  • रूस में
  • अमेरिका में
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The Correct Option is A

Solution and Explanation

यह वाक्य भारतवर्ष में आत्मकथा लिखने की परंपरा की कमी को दर्शाता है। आत्मकथा की परंपरा हमारे देश में प्रचलित नहीं रही है। इसलिए, सही उत्तर "भारतवर्ष में" है।
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Question: 3

उच्च स्तर के क्रियाकलाप किससे होते हैं?

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जब आप साहित्यिक या अन्य गतिविधियों के बारे में विचार करते हैं, तो आत्मा प्रेरणा को उच्चतम स्तर के कार्यों का उत्प्रेरक माना जाता है।
Updated On: July 22, 2025
  • आत्मानुभव से
  • आत्म प्रेरणा से
  • आत्म कथन से
  • आत्मावलोकन से
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The Correct Option is B

Solution and Explanation

पाठ के अनुसार उच्च स्तर के क्रियाकलाप आत्मा प्रेरणा से होते हैं, जो व्यक्तित्व की एक उच्च अवस्था को दर्शाते हैं। आत्मा प्रेरणा से होने वाले कार्य उच्च साहित्यिक या अन्य क्रियाकलापों का उदाहरण होते हैं। इसलिए, सही उत्तर "आत्म प्रेरणा से" है।
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Question: 4

उच्च साहित्य की भावभूमि क्या है?

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उच्च साहित्य में लेखक का व्यक्तित्व और उसके विचारों का गहरा प्रभाव होता है, जो उसे स्वतः एक दिशा में ले जाते हैं।
Updated On: July 22, 2025
  • जहाँ व्यक्ति स्वतंत्र विषय नहीं चुन सकता
  • जहाँ लेखक के व्यक्तित्व की स्वतंत्रता नहीं रहती
  • जहाँ व्यक्ति को लिखने की स्वतंत्रता नहीं रहती
  • जहाँ व्यक्तित्व के कोई स्वतंत्र विषय नहीं रह जाते
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The Correct Option is D

Solution and Explanation

उच्च साहित्य की भावभूमि वह होती है जहाँ व्यक्ति का व्यक्तित्व स्वतंत्र रूप से कोई विषय नहीं चुन सकता। यहाँ लेखक को अपने भावनात्मक और मानसिक स्तर से प्रेरणा मिलती है, और विषय स्वतः ही चयनित होते हैं। इसलिए, सही उत्तर "जहाँ व्यक्तित्व के कोई स्वतंत्र विषय नहीं रह जाते" है।
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Question: 5

साहित्य को क्या माना गया है?

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साहित्य एक आध्यात्मिक प्रक्रिया के समान है, जिसमें व्यक्ति अपनी चेतना के उच्चतम स्तर तक पहुँचता है।
Updated On: July 22, 2025
  • कठिन साधना और तपस्या
  • लेखन का महान यज्ञ
  • कठिन तपस्या और महान यज्ञ
  • लेखन तपस्या और कठिन साधना
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The Correct Option is C

Solution and Explanation

साहित्य को उच्चस्तरीय कर्म और साधना के रूप में देखा गया है। इसे कठिन तपस्या और महान यज्ञ माना गया है, क्योंकि इसे साधना और आत्मा के उच्चतम स्तर पर जाकर ही समझा जा सकता है। इसलिए, सही उत्तर "कठिन तपस्या और महान यज्ञ" है।
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Top Questions on साहित्य और समाज

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