चरण 1: प्रश्न को समझें
यह प्रश्न अलंकार की एक परिभाषा देता है और पूछता है कि यह परिभाषा किस अलंकार से संबंधित है। परिभाषा है: "जहाँ कारण का अभाव होने पर भी कार्य का सम्पन्न होना पाया जाता है।" इसका अर्थ है कि जहाँ किसी कार्य के होने के लिए आवश्यक कारण (साधन) मौजूद न हो, फिर भी वह कार्य हो जाए।
चरण 2: प्रत्येक विकल्प में दिए गए अलंकार के लक्षणों को जानें
(A) अतिशयोक्ति अलंकार (Hyperbole): जब किसी बात को बहुत बढ़ा-चढ़ाकर कहा जाए, लोक-मर्यादा या संभव सीमा से अधिक वर्णन किया जाए। उदाहरण: "हनुमान की पूँछ में लग न पाई आग, लंका सिगरी जल गई, गए निशाचर भाग।" (यहाँ कार्य अतिरंजित है, कारण का अभाव नहीं)।
(B) विभावना अलंकार (Vibhavana): जब किसी कार्य के होने का कारण न होने पर भी कार्य का हो जाना वर्णित हो। 'विभावना' का शाब्दिक अर्थ है 'बिना भावना' या 'बिना कारण'।
उदाहरण: "बिनु पग चलै सुनै बिनु काना, कर बिनु कर्म करै विधि नाना।" (बिना पैर के चलता है, बिना कान के सुनता है, बिना हाथों के अनेक कार्य करता है)। यहाँ चलने का कारण (पैर) नहीं है, सुनने का कारण (कान) नहीं है, और कर्म करने का कारण (हाथ) नहीं है, फिर भी कार्य हो रहे हैं।
यह परिभाषा प्रश्न में दी गई स्थिति से पूर्णतया मेल खाती है।
(C) श्लेष अलंकार (Pun/Double Entendre): जब एक शब्द या वाक्यांश के एक से अधिक अर्थ होते हैं, और वे सभी अर्थ प्रसंगानुसार लागू होते हैं। उदाहरण: "पानी गए न ऊबरे, मोती मानुष चून।" (यहाँ 'पानी' के तीन अर्थ हैं: चमक, इज्जत, जल)।
(D) रूपक अलंकार (Metaphor): जब उपमेय (जिसकी तुलना की जाए) और उपमान (जिससे तुलना की जाए) में कोई अंतर न दिखाया जाए, बल्कि उन्हें एक ही मान लिया जाए। उदाहरण: "चरण कमल" (यहाँ चरण को कमल ही मान लिया गया है, 'कमल जैसे चरण' नहीं)।
चरण 3: सही उत्तर की पहचान करें
दी गई परिभाषा "जहाँ कारण का अभाव होने पर भी कार्य का सम्पन्न होना पाया जाता है" सीधे तौर पर विभावना अलंकार के लक्षण को बताती है।
सही उत्तर है $\boxed{\text{(B) विभावना}}$।