Question:

दिये गये पद्यांशों में से किसी एक का ससन्दर्भ हिन्दी में अनुवाद कीजिए :

जल-बिन्दु-निपातेन क्रमशः पूर्यते घटः ।

सहेतुः सर्वविद्यानां धर्मस्य च धनस्य च ।।

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इस श्लोक से यह सिखने को मिलता है कि जीवन में सफलता के लिए एक-एक कदम को महत्व देना चाहिए और संयमित होकर अपनी यात्रा पूरी करनी चाहिए।
Updated On: Nov 7, 2025
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Solution and Explanation

सन्दर्भ: यह श्लोक संस्कृत में शिक्षा, धर्म और धन के संदर्भ में दिया गया है, और यह यह बताता है कि जैसे जल बूँद-बूँद से घड़ा भरता है वैसे ही ज्ञान, धर्म और धन भी धीरे-धीरे बढ़ते हैं। 

हिन्दी अनुवाद: जैसे जल की प्रत्येक बूँद से घड़ा धीरे-धीरे भरता है, वैसे ही सभी प्रकार की विद्या, धर्म और धन भी धीरे-धीरे अपनी गति से इकट्ठे होते हैं। इसमें धैर्य और संयम का होना आवश्यक है, क्योंकि एक-एक कदम से ही समृद्धि और ज्ञान की प्राप्ति होती है।

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