दाग हटाने के लिए विभिन्न विधियाँ अपनाई जाती हैं, और इनमें से सभी विधियाँ कारगर साबित हो सकती हैं। प्रत्येक विधि का चयन दाग के प्रकार, उसके स्रोत और कपड़े के प्रकार पर निर्भर करता है।
- विरंजन विधि में रंजक या दाग को नष्ट करने के लिए रासायनिक पदार्थों का उपयोग किया जाता है। यह विधि विशेष रूप से उन दागों के लिए प्रभावी होती है जो रासायनिक उत्पत्ति के होते हैं, जैसे कि ब्लीच या अन्य रासायनिक रंगों के दाग। विरंजन विधि में आमतौर पर ब्लीचिंग एजेंट या अन्य रासायनिक पदार्थों का उपयोग किया जाता है, जो दाग को तोड़कर उसे कपड़े से हटा देते हैं। यह विधि कपड़े के रंग को हल्का कर सकती है, इसलिए इसे सावधानीपूर्वक उपयोग किया जाना चाहिए।
- स्पॉजिंग विधि में एक गीले स्पॉन्ज का उपयोग करके दाग को धीरे-धीरे हटाया जाता है। इस विधि में स्पॉन्ज को हलके गर्म पानी से गीला किया जाता है, और फिर उसे दाग पर धीरे-धीरे दबाकर हटाया जाता है। यह विधि उन दागों के लिए उपयुक्त है, जो सतही होते हैं और जो कपड़े के भीतर गहरे नहीं समाए होते। यह नाजुक कपड़ों पर उपयोग करने के लिए आदर्श है, क्योंकि इसमें रासायनिक पदार्थों का उपयोग नहीं होता और यह कपड़े के तंतुओं को नुकसान नहीं पहुँचाता।
- अवशोषण विधि में दाग को अवशोषित करने वाले पदार्थों का उपयोग किया जाता है, जैसे कि चॉक पाउडर या बेकिंग सोडा। यह विधि विशेष रूप से तेल या चिकनाई के दाग के लिए प्रभावी होती है। अवशोषण विधि में, दाग पर अवशोषक पदार्थ जैसे बेकिंग सोडा या चॉक पाउडर डाला जाता है, जो दाग को सोख लेता है और कपड़े को साफ करने में मदद करता है। यह विधि आसान और सस्ती है, और इसे घरेलू दागों के लिए उपयोग किया जा सकता है।
इसलिए, सभी विधियाँ दाग हटाने के लिए उपयोगी हो सकती हैं, और इनका चयन दाग के प्रकार पर निर्भर करता है। कपड़े की सामग्री और दाग की प्रकृति के आधार पर, सही विधि का चुनाव किया जाना चाहिए ताकि कपड़े सुरक्षित रहें और दाग पूरी तरह से हट जाएं।