Question:

भारत के विभाजन को प्रेरित करनेवाले दो कारणों को बताइए। 
 

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विभाजन के कारणों का विश्लेषण करते समय, दीर्घकालिक कारकों (जैसे ब्रिटिश नीतियां) और अल्पकालिक कारकों (जैसे कैबिनेट मिशन की विफलता और सीधी कार्रवाई दिवस) दोनों पर विचार करना महत्वपूर्ण है।
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Solution and Explanation

Step 1: Understanding the Concept:
यह प्रश्न 1947 में भारत के विभाजन के लिए उत्तरदायी प्रमुख कारकों के बारे में है।
Step 2: Detailed Explanation:
भारत के विभाजन को प्रेरित करने वाले दो प्रमुख कारण निम्नलिखित थे:
  1. अंग्रेजों की 'फूट डालो और राज करो' की नीति (Divide and Rule Policy): ब्रिटिश सरकार ने भारत पर अपना नियंत्रण बनाए रखने के लिए जानबूझकर हिंदुओं और मुसलमानों के बीच मतभेदों को बढ़ावा दिया। 1905 का बंगाल विभाजन, 1909 में मुस्लिमों के लिए अलग निर्वाचक मंडल की शुरुआत, और मुस्लिम लीग को प्रोत्साहन देना इसी नीति का हिस्सा थे। इस नीति ने दोनों समुदायों के बीच अविश्वास और शत्रुता को गहरा किया।
  2. मुस्लिम लीग की द्वि-राष्ट्र सिद्धांत की मांग (Two-Nation Theory): मुहम्मद अली जिन्ना के नेतृत्व में मुस्लिम लीग ने इस विचार का प्रचार किया कि हिंदू और मुसलमान दो अलग-अलग राष्ट्र हैं जिनके हित अलग-अलग हैं और वे एक साथ नहीं रह सकते। 1940 के लाहौर अधिवेशन में, लीग ने औपचारिक रूप से मुसलमानों के लिए एक अलग राष्ट्र 'पाकिस्तान' की मांग का प्रस्ताव पारित किया। यह मांग विभाजन का सबसे सीधा कारण बनी।
Step 3: Final Answer:
अतः, अंग्रेजों की 'फूट डालो और राज करो' की नीति और मुस्लिम लीग की द्वि-राष्ट्र सिद्धांत पर आधारित पाकिस्तान की मांग, भारत के विभाजन के दो मुख्य कारण थे।
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