उपकुणम्
महाधनम्
मदहस्त्
(i) उपकुणम्:
उपकुणम् का विग्रह 'उप' + 'कुणम्' है। यहाँ 'उप' प्रत्यय है जो 'कुणम्' (क्षेत्र) को बताता है। इस प्रकार, समास का नाम 'द्वंद्व समास' होगा क्योंकि दो शब्द मिलकर एक नया अर्थ उत्पन्न करते हैं।
Step 1: Identifying the components.
'उप' और 'कुणम्' के मिलन से 'उपकुणम्' का निर्माण हुआ है।
निम्नलिखित वाक्यों में से किन्हीं दो वाक्यों को शुद्ध करके वाक्य फिर से लिखिए :
(i) लक्ष्मी का एक झूब्बेदार पूँछ था।
(ii) घर में तख्ते के रखे जाने का आवाज आता है।
(iii) सामने शेर देखकर यात्री का प्राण मानो मुरझा गया।
निम्नलिखित वाक्यों में से किसी एक वाक्य का अर्थ के आधार पर दी गई सूचनानुसार परिवर्तन कीजिए :
(1) मैं आज रात का खाना नहीं खाऊँगा। (विधानार्थक वाक्य)
(2) मानू इतना ही बोल सकी। (प्रश्नार्थक वाक्य)
निम्नलिखित वाक्य का रचना के आधार पर भेद पहचानकर लिखिए :
वह बूढ़ी काकी पर झपटी और उन्हें हाथों से झटककर बोली।
निम्नलिखित वाक्यों में से किन्हीं दो वाक्यों का सूचना के अनुसार काल परिवर्तन करके वाक्य फिर से लिखिए :
(i) आराम हराम हुआ है।
(अपूर्ण वर्तमानकाल)
(ii) वे बाजार से नई पुस्तक खरीदते हैं।
(पूर्ण भूतकाल)
(iii) मैंने खिड़की से गरदन निकालकर झिड़की के स्वर में कहा।
(सामान्य भविष्यकाल)
निम्नलिखित वाक्य में यथास्थान उचित विराम-चिह्नों का प्रयोग करके वाक्य फिर से लिखिए :
जल्दी जल्दी पैर बढ़ा