सूचनाओं का अनुसरण करके लेखन करें:
परिभाषा: सूचनात्मक ज्ञान का आधार एवं व्याख्यान कार्य:
Step 1: सूचनात्मक ज्ञान का आधार और इसके कार्य
सूचनात्मक ज्ञान किसी भी विषय पर आधारित तथ्यों और जानकारियों का संग्रह है। यह ज्ञान किसी भी क्षेत्र में सामान्य जानकारी और किसी विषय के बारे में ज्ञान प्रदान करता है। ज्ञान का यह संग्रह लोग, संगठनों और समाजों के कार्यों को बेहतर बनाने के लिए महत्वपूर्ण है। इसके अंतर्गत विभिन्न प्रकार के अध्ययनों और शोध कार्यों का संकलन किया जाता है।
Step 2: सूचनात्मक ज्ञान के कार्य
सूचनात्मक ज्ञान के कार्यों में प्रमुख रूप से सूचना का संकलन, विश्लेषण, वितरण, और समुचित तरीके से उपयोग करना शामिल है। यह ज्ञान विभिन्न क्षेत्रों में निर्णय लेने में सहायक होता है और समाज की प्रगति के लिए महत्वपूर्ण योगदान प्रदान करता है।
मेरे दरजे में आओगे, तो दोपहर पसीना आ जाएगा। (सरल वाक्य में रूपांतरित कीजिए।)
एक ललित निबंध लिखो जो चार पंक्तियों से कम न हो। (संग पदवृत्त छाँटकर लिखिए।)
निम्नलिखित मुहावरों में से किसी एक मुहावरे का अर्थ लिखकर वाक्य में प्रयोग कीजिए :
(i) मुँह लाल होना
(ii) टाँग अड़ाना
अथवा
अधोरेखांकित वाक्यांश के लिए कोष्ठक में दिए मुहावरों में से उचित मुहावरे का चयन करके वाक्य फिर से लिखिए :
(तिलमिला जाना, काँप उठना)
पंडित बुद्धिराम काकी को देखते ही \underline{क्रोध में आ गए}।
निम्नलिखित वाक्यों में से किन्हीं दो वाक्यों को शुद्ध करके वाक्य फिर से लिखिए :
(i) लक्ष्मी का एक झूब्बेदार पूँछ था।
(ii) घर में तख्ते के रखे जाने का आवाज आता है।
(iii) सामने शेर देखकर यात्री का प्राण मानो मुरझा गया।
निम्नलिखित वाक्यों में से किसी एक वाक्य का अर्थ के आधार पर दी गई सूचनानुसार परिवर्तन कीजिए :
(1) मैं आज रात का खाना नहीं खाऊँगा। (विधानार्थक वाक्य)
(2) मानू इतना ही बोल सकी। (प्रश्नार्थक वाक्य)