सूती कपड़े धोने का पहला कदम हमेशा कपड़ों को भिंगोना होता है। यह महत्वपूर्ण चरण है क्योंकि पानी में कपड़ों को भिगोने से गंदगी और दाग को नरम किया जा सकता है, जिससे धोने में आसानी होती है। भिंगोने से कपड़े में से जमी हुई गंदगी और दाग बाहर निकलने के लिए तैयार हो जाते हैं, और इससे साबुन या डिटर्जेंट की प्रभावशीलता भी बढ़ जाती है।
इसके बाद, कपड़ों को साबुन और पानी से धोने की प्रक्रिया शुरू होती है। इस दौरान, कपड़े पर लगे दागों को रगड़कर हटाया जाता है, और साबुन के झाग से गंदगी को धोकर कपड़ों को साफ किया जाता है। धोने के बाद, कपड़ों को नील या कलफ लगाया जा सकता है, जो कपड़े को चमकदार और ताजगी देता है, साथ ही कपड़े के कपास के फाइबर्स को मजबूत करता है। नील लगाने से कपड़े पर सफेदी बनी रहती है, जबकि कलफ कपड़े को कड़ा और अधिक टिकाऊ बनाता है।
अंत में, कपड़ों को सूखने के लिए रखा जाता है और फिर यदि आवश्यक हो, तो इस्त्री करने का काम किया जाता है। इस्त्री से कपड़े के झुर्रियाँ समाप्त हो जाती हैं और उनका रूप वाकई साफ और नया दिखता है। इस प्रकार, कपड़े धोने की पूरी प्रक्रिया से उनका रूप और गुणवत्ता दोनों बेहतर हो जाते हैं।