शब्द के धातु एवं प्रत्यय का योग स्पष्ट कीजिए'स्नातः'
शब्द: स्नातः
धातु: स्ना
प्रत्यय: क्त
व्याख्या: ‘स्ना’ धातु का अर्थ ‘स्नान करना’ होता है। इसमें क्त प्रत्यय जोड़ने से ‘स्नातः’ शब्द बनता है, जिसका अर्थ ‘स्नान किया हुआ’ होता है। यह शब्द संस्कृत साहित्य और धार्मिक ग्रंथों में विशेष रूप से प्रयुक्त होता है।
पदे शुद्धं पूर्णं च लिखत। (3 तः 2)
अभ्यासनाम् ............................ मतिदातृत्तम्॥
पदे शुद्धं पूर्णं च लिखत। (3 तः 2)
यत्र ............................ ह्रदयते॥
पदे शुद्धं पूर्णं च लिखत। (3 तः 2)
वैद्यराज ............................ धनानि च॥
मञ़्जुषातः नामानि सर्वनामानि च पृथक्कुरुत। (5 तः 4)
मञ़्जुषातः क्रियापदानि धातुसाधित-विशेषणानि च पृथक्कुरुत। (5 तः 4)