Question:

सीधी कार्रवाई की धमकी किसने दी थी?

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'सीधी कार्रवाई दिवस' (16 अगस्त 1946) भारत के विभाजन की ओर ले जाने वाली घटनाओं में एक महत्वपूर्ण और दुखद मोड़ था। इसने दिखाया कि सांप्रदायिक विभाजन कितना गहरा हो गया था।
  • हिन्दू महासभा
  • मुस्लिम लीग
  • स्वराज दल
  • कांग्रेस
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The Correct Option is B

Solution and Explanation

Step 1: Understanding the Concept:
यह प्रश्न 1940 के दशक में भारत के विभाजन से पहले की एक हिंसक घटना, 'सीधी कार्रवाई दिवस' के आह्वान से संबंधित है।
Step 2: Detailed Explanation:
जब कैबिनेट मिशन योजना विफल हो गई और कांग्रेस ने एक मजबूत केंद्र के साथ सरकार बनाने की अपनी मंशा स्पष्ट कर दी, तो मुस्लिम लीग को लगा कि एक अलग पाकिस्तान की उनकी मांग को नजरअंदाज किया जा रहा है।
इसके जवाब में, मुहम्मद अली जिन्ना के नेतृत्व में मुस्लिम लीग ने अपनी मांगों को मनवाने के लिए 16 अगस्त, 1946 को 'सीधी कार्रवाई दिवस' (Direct Action Day) मनाने का आह्वान किया।
इस दिन का उद्देश्य एक अलग मुस्लिम राष्ट्र की मांग को बलपूर्वक प्रदर्शित करना था।
दुर्भाग्य से, इस आह्वान के कारण कलकत्ता में और बाद में नोआखली और बिहार में भयानक सांप्रदायिक दंगे हुए, जिन्हें 'द ग्रेट कलकत्ता किलिंग्स' के रूप में जाना जाता है।
Step 3: Final Answer:
सीधी कार्रवाई की धमकी (और आह्वान) मुस्लिम लीग ने दी थी। अतः, विकल्प (B) सही है।
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