सर्वेश्वरवाद क्या है?
सिद्धान्त कि ईश्वर = प्रकृति/समस्त अस्तित्व; जगत ईश्वर से अलग कोई स्वतंत्र सत्ता नहीं।
स्पिनोज़ा का तर्क:
स्पिनोज़ा ने Ethics में Substance Monism प्रतिपादित किया—केवल एक ही पदार्थ है जिसे वह "Deus sive Natura" (ईश्वर अथवा प्रकृति) कहता है। मन और शरीर उसी एक पदार्थ के गुण/रूप (attributes/modes) हैं; अतः ईश्वर संपूर्ण प्रकृति के रूप में अंतर्भूत (immanent) है, बाहर से नियंत्रक नहीं।
अन्य विकल्प क्यों नहीं?
ह्यूम—अनुभववादी/संशयवादी; ईश्वर-तर्कों की आलोचना। लॉक—ईश्वर-विश्वासी पर पैनथीस्ट नहीं। कान्ट—व्यावहारिक बुद्धि से ईश्वर-उपपत्ति देता है, सर्वेश्वरवाद नहीं। इसलिए सही उत्तर स्पिनोज़ा।