शासन व पारदर्शिता:
सरपंच एजेंडा प्रस्तुत कर ग्राम सभा में योजनाएँ, बजट और सामाजिक लेखा-जोखा अनुमोदित कराता है, कार्यवृत्त/सूचनाएँ सार्वजनिक कर जवाबदेही बनाता है।
विकास क्रियान्वयन:
ग्राम आवश्यकता सर्वे, वार्षिक ग्राम विकास योजना, जल/स्वच्छता/सड़क जैसी परियोजनाएँ, गुणवत्ता निगरानी तथा पूर्णता-प्रमाणन उसकी जिम्मेदारी है।
समन्वय:
ब्लॉक अभियंता, स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि इत्यादि विभागों से तालमेल; आपदा/टीकाकरण जैसे अभियानों में नेतृत्व देता है।
कानूनी/प्रशासनिक दायित्व:
टैक्स/फीस संग्रह, रिकॉर्ड/एमआईएस, प्रमाण-पत्र जारी करना और शिकायतों/छोटे विवादों का प्राथमिक निस्तारण भी महत्त्वपूर्ण हैं। ये कार्य विकेंद्रीकरण को प्रभावी बनाते हैं।