चरण 1: प्रश्न को समझें
यह प्रश्न 'प्रकाश' शब्द में प्रयुक्त उपसर्ग (prefix) की पहचान करने के लिए कहता है। उपसर्ग वे शब्दांश होते हैं जो किसी शब्द के आरंभ में जुड़कर उसके अर्थ में परिवर्तन लाते हैं या नए शब्द का निर्माण करते हैं। यह हिंदी व्याकरण, विशेषकर शब्द-रचना से संबंधित है।
चरण 2: 'प्रकाश' शब्द की संरचना को जानें
'प्रकाश' शब्द का अर्थ 'रोशनी' या 'उजाला' होता है। इस शब्द को विभाजित करने पर हम पाते हैं:
उपसर्ग: 'प्र'
मूल शब्द: 'काश' (जो 'काश्' धातु से बना है, जिसका अर्थ है 'चमकना' या 'दिखाई देना')
तो, 'प्र' + 'काश' = 'प्रकाश'। यहाँ 'प्र' उपसर्ग 'विशेषता' या 'आगे बढ़ने' के अर्थ को जोड़कर 'चमकने' की क्रिया को 'अच्छी तरह से चमकने' या 'उजाला फैलाने' में बदल देता है।
चरण 3: विभिन्न विकल्पों का विश्लेषण करें
(A) प्र: 'प्र' एक मानक संस्कृत उपसर्ग है जो 'विशेष', 'आगे', 'अधिक' जैसे अर्थों में प्रयुक्त होता है। 'प्र' को हटाने के बाद 'काश' एक सार्थक मूल शब्द बचता है। अतः, यह सही उपसर्ग है।
(B) काश: 'काश' इस शब्द का मूल भाग है, उपसर्ग नहीं। उपसर्ग हमेशा शब्द के आरंभ में आता है।
(C) श: 'श' एक वर्ण है, न कि कोई सार्थक उपसर्ग। इसे हटाने के बाद 'प्रका' जैसा कोई सार्थक मूल शब्द नहीं बचता।
(D) प्रक: 'प्रक' कोई मानक हिंदी या संस्कृत उपसर्ग नहीं है जो 'प्रकाश' जैसे शब्द के निर्माण में प्रयोग होता हो। यदि इसे हटाया जाए तो 'आश' बचता है, जो एक अलग शब्द है और 'प्रकाश' से संबंधित नहीं है।
चरण 4: सही उत्तर की पहचान करें
उपरोक्त विश्लेषण के आधार पर, 'प्रकाश' शब्द में 'प्र' उपसर्ग है।
सही उत्तर है $\boxed{\text{(A) प्र}}$।