पद में प्रयुक्त विभक्ति तथा सम्बन्धित नियम का उल्लेख कीजिए‘पादेन खञ्जः’ में प्रयुक्त विभक्ति तथा सम्बन्धित नियम स्पष्ट कीजिए।
प्रयुक्त विभक्ति: तृतीया विभक्ति (Instrumental Case)
संबंधित नियम: - संस्कृत में जिस साधन या उपकरण के द्वारा कोई कार्य किया जाता है, उसे तृतीया विभक्ति में रखा जाता है। - यहाँ ‘पादेन’ शब्द तृतीया विभक्ति एकवचन में प्रयुक्त हुआ है, जिसका अर्थ है "पैर से"। - ‘खञ्जः’ का अर्थ होता है "लंगड़ा"। अतः ‘पादेन खञ्जः’ का अर्थ है "पैर से लंगड़ा"।
पदे शुद्धं पूर्णं च लिखत। (3 तः 2)
अभ्यासनाम् ............................ मतिदातृत्तम्॥
पदे शुद्धं पूर्णं च लिखत। (3 तः 2)
यत्र ............................ ह्रदयते॥
पदे शुद्धं पूर्णं च लिखत। (3 तः 2)
वैद्यराज ............................ धनानि च॥
मञ़्जुषातः नामानि सर्वनामानि च पृथक्कुरुत। (5 तः 4)
मञ़्जुषातः क्रियापदानि धातुसाधित-विशेषणानि च पृथक्कुरुत। (5 तः 4)