Question:

पद में प्रयुक्त विभक्ति तथा सम्बन्धित नियम का उल्लेख कीजिए :'मातुः हृदयं कन्यां प्रति स्निग्धं भवति।'

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षष्ठी विभक्ति स्वामित्व या संबंध दर्शाने के लिए प्रयुक्त होती है, जैसे – 'रामस्य पुस्तकं' (राम की पुस्तक)।
Updated On: Nov 15, 2025
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Solution and Explanation

विभक्ति: षष्ठी विभक्ति (सम्बन्ध कारक)
नियम: षष्ठी विभक्ति किसी वस्तु, व्यक्ति या स्थान के साथ संबंध दिखाने के लिए प्रयुक्त होती है।
व्याख्या: वाक्य में 'मातुः' पद षष्ठी विभक्ति में है, जो यह दर्शाता है कि **'हृदय' (हृदयं) किसका है?**। संस्कृत में किसी के स्वामित्व या संबंध को प्रकट करने के लिए षष्ठी विभक्ति का प्रयोग किया जाता है। यहाँ **'मातुः हृदयं' का अर्थ 'माता का हृदय'** होता है।
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