Question:

निम्नलिखित में से किसी \(\underline{एक}\) कवि का साहित्यिक परिचय देते हुए उनकी प्रमुख कृतियों का उल्लेख कीजिए। (अधिकतम शब्द-सीमा: 80 शब्द)
(i) अयोध्या सिंह उपाध्याय 'हरिऔध' 

(ii) जयशंकर प्रसाद 

(iii) महादेवी वर्मा

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हरिऔध जी को हिंदी काव्य में खड़ी बोली को प्रतिष्ठित करने का श्रेय दिया जाता है।
जयशंकर प्रसाद को ‘कामायनी’ के लिए विशेष प्रसिद्धि प्राप्त हुई, जो छायावादी काव्य का उत्कृष्ट उदाहरण है।
महादेवी वर्मा को हिंदी साहित्य में ‘आधुनिक मीरा’ कहा जाता है।
Updated On: Nov 7, 2025
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Solution and Explanation

(i) अयोध्या सिंह उपाध्याय 'हरिऔध': अयोध्या सिंह उपाध्याय 'हरिऔध' हिंदी के प्रसिद्ध कवि थे, जिन्होंने शृंगार, भक्ति और वीर रस में उत्कृष्ट काव्य रचनाएँ दीं। वे खड़ी बोली हिंदी के प्रथम महाकाव्यकार माने जाते हैं। उनकी प्रमुख रचनाएँ हैं – 'प्रिय प्रवास', 'वैदेही वनवास', 'पारिजात'। 'प्रिय प्रवास' हिंदी का पहला **महाकाव्य** माना जाता है, जिसके लिए उन्हें विशेष ख्याति मिली। 

(ii) जयशंकर प्रसाद: जयशंकर प्रसाद हिंदी के 'छायावादी युग' के प्रमुख कवि, नाटककार और उपन्यासकार थे। उन्होंने हिंदी साहित्य में काव्य, नाटक, उपन्यास और निबंध लेखन में महत्वपूर्ण योगदान दिया। उनकी प्रमुख कृतियाँ हैं – 'कामायनी', 'आँसू', 'लहर' (काव्य) और 'चंद्रगुप्त', 'स्कंदगुप्त' (नाटक)। 'कामायनी' हिंदी का सबसे श्रेष्ठ महाकाव्य माना जाता है। 

(iii) महादेवी वर्मा: महादेवी वर्मा हिंदी साहित्य की महान कवयित्री थीं, जिन्हें छायावाद युग की चौथी स्तंभ माना जाता है। उनकी कविताएँ संवेदना, प्रेम, आत्मा और पीड़ा की गहराई को व्यक्त करती हैं। उनकी प्रमुख कृतियाँ हैं – 'नीरजा', 'सांध्यगीत', 'दीपशिखा'। उन्होंने निबंध लेखन में भी योगदान दिया, जिनमें 'अतीत के चलचित्र' प्रसिद्ध है।

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