Question:

निम्नलिखित में से किसी एक कवि का साहित्यिक परिचय देते हुए उनकी प्रमुख रचनाओं काउल्लेख कीजिए :

(iii) सच्चिदानंद हीरानंद वात्स्यायन 'अज्ञेय'

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अज्ञेय जी हिंदी साहित्य में प्रयोगवाद और नई कविता के अग्रणी लेखक थे। उनकी रचनाओं में दर्शन, आत्मसंघर्ष और आधुनिक चेतना प्रमुख रूप से दिखाई देती हैं।
Updated On: Nov 7, 2025
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Solution and Explanation


सच्चिदानंद हीरानंद वात्स्यायन 'अज्ञेय' (1911-1987) हिंदी साहित्य के "प्रयोगवाद" और "नई कविता" के प्रवर्तक माने जाते हैं। वे एक अत्यंत प्रतिभाशाली कवि, उपन्यासकार, निबंधकार और संपादक थे। उनकी रचनाओं में दार्शनिकता, आत्मचिंतन और आधुनिकतावादी विचारधारा देखने को मिलती है। अज्ञेय जी की लेखनी में व्यक्ति केंद्रित चेतना, अस्तित्ववाद और नवीन प्रयोगधर्मिता का विशेष स्थान था। वे भाषा और शिल्प के स्तर पर नवीन प्रयोगों के लिए जाने जाते हैं। उनकी कविता में गहरी संवेदनशीलता और गंभीर दार्शनिकता का समावेश होता है। 

प्रमुख रचनाएँ: \[\begin{array}{rl} \bullet & \text{भग्नदूत – उनकी प्रारंभिक कविताओं का संग्रह।} \\ \bullet & \text{इत्यलम् – उनकी प्रयोगवादी कविता का एक उत्कृष्ट उदाहरण।} \\ \bullet & \text{बावरा अहेरी – प्रसिद्ध काव्य संग्रह।} \\ \bullet & \text{शेखर: एक जीवनी – हिंदी उपन्यास में आत्मकथात्मक शैली का अद्भुत उदाहरण।} \\ \bullet & \text{अपने अपने अजनबी – अज्ञेय जी का एक महत्वपूर्ण उपन्यास।} \\ \end{array}\] उन्होंने 'नई कविता' आंदोलन को मजबूत किया और 'दिनमान' पत्रिका का संपादन भी किया। उनकी लेखनी में स्वतंत्रता, प्रयोगवाद और आधुनिक बौद्धिकता का अद्भुत समन्वय देखने को मिलता है।

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