चरण 1: प्रश्न को समझें
यह प्रश्न दिए गए कवियों में से उस (उन) कवि की पहचान करने के लिए कहता है जिसने अपनी रचनाएँ मुख्य रूप से ब्रजभाषा में कीं या ब्रजभाषा के प्रमुख कवि माने जाते हैं। यह हिंदी साहित्य के इतिहास और विभिन्न कवियों की साहित्यिक भाषा से संबंधित है।
चरण 2: प्रत्येक कवि और उनकी मुख्य काव्य भाषा का विश्लेषण करें
(A) विद्यापति (Vidyapati): विद्यापति मुख्य रूप से मैथिली भाषा के कवि हैं। उनकी प्रसिद्ध रचना 'पदावली' मैथिली में है। वे 'मैथिल कोकिल' के नाम से भी जाने जाते हैं। उन्होंने संस्कृत और अवहट्ट में भी रचनाएँ कीं, लेकिन ब्रजभाषा में उनकी प्रमुखता नहीं है।
(B) सूरदास (Surdas): सूरदास भक्तिकाल के कृष्ण भक्ति शाखा के महान कवि हैं। उनके समस्त पद और उनकी प्रमुख रचनाएँ जैसे 'सूरसागर', 'सूर सारावली' और 'साहित्य लहरी' शुद्ध और मधुर ब्रजभाषा में रचित हैं। वे ब्रजभाषा के सर्वोत्कृष्ट कवि माने जाते हैं।
(C) तुलसीदास (Tulsidas): तुलसीदास भक्तिकाल के राम भक्ति शाखा के प्रमुख कवि हैं। उनकी सर्वाधिक प्रसिद्ध रचना 'रामचरितमानस' अवधी भाषा में लिखी गई है। हालांकि, उन्होंने अपनी कुछ अन्य महत्वपूर्ण रचनाएँ जैसे 'विनय पत्रिका', 'कवितावली', 'गीतावली' और 'दोहावली' ब्रजभाषा में भी लिखी हैं। इस प्रकार, वे अवधी और ब्रजभाषा दोनों के सिद्धहस्त कवि थे, पर उनकी मुख्य पहचान 'रामचरितमानस' (अवधी) से है।
चरण 3: सही उत्तर का चुनाव करें
प्रश्न पूछा गया है कि "ब्रजभाषा के कवि हैं"।
विद्यापति ब्रजभाषा के कवि नहीं हैं। अतः विकल्प (D) 'ये सभी' गलत हो जाता है।
सूरदास निसंदेह ब्रजभाषा के सबसे प्रमुख और प्रतिनिधि कवि हैं।
तुलसीदास ने भी ब्रजभाषा में महत्वपूर्ण रचनाएँ की हैं, लेकिन उनकी मुख्य पहचान अवधी से है।
चूंकि विकल्प (D) "ये सभी" गलत साबित होता है (क्योंकि विद्यापति ब्रजभाषा के कवि नहीं हैं), और विकल्पों में केवल एक ही सही उत्तर चुनने की गुंजाइश है, तो ऐसे में उस कवि का चयन किया जाता है जो ब्रजभाषा का सर्वाधिक प्रतिष्ठित और प्रमुख कवि हो। सूरदास ब्रजभाषा के महानतम कवियों में से एक हैं और उनकी काव्य-भाषा ब्रजभाषा ही है।
सही उत्तर है $\boxed{\text{(B) सूरदास}}$।