चरण 1: प्राचीनता।
भारतीय संस्कृति विश्व की सबसे प्राचीन निरंतर संस्कृतियों में है—सिंधु-सरस्वती सभ्यता, वैदिक परंपरा, शास्त्रीय भाषाएँ व ज्ञान-संहिताएँ इसकी दीर्घकालिकता दिखाती हैं।
चरण 2: जाति व्यवस्था।
ऐतिहासिक भारत में जाति/वर्ण व्यवस्था एक महत्त्वपूर्ण सामाजिक संरचना रही है; इससे जीवन-मार्ग, व्यवसाय और सामाजिक संबंधों पर गहरा प्रभाव पड़ा।
चरण 3: अनेकता में एकता।
भाषा, धर्म, आहार, पोशाक, कला और जलवायु की अत्यधिक विविधता के बावजूद भारतीय समाज में राष्ट्रीय-सांस्कृतिक एकता—त्योहारों, मूल्यों (अहिंसा, सहिष्णुता), और संविधानिक आदर्शों के माध्यम से—एक विशिष्ट पहचान है।
अतः दिए गए तीनों गुण भारतीय संस्कृति की विशेषताएँ हैं; इसलिए विकल्प (4) इनमें से सभी सही है।