चरण 1: प्रश्न को समझें
यह प्रश्न "'निकले थे हरि भजन को, औटन लगे कपास'" लोकोक्ति/मुहावरे का सही अर्थ बताने के लिए कहता है। लोकोक्तियाँ ऐसे वाक्यांश होती हैं जो अपने शाब्दिक अर्थ से भिन्न कोई विशेष या गहरा अर्थ प्रकट करती हैं और किसी विशिष्ट लोक-अनुभव पर आधारित होती हैं।
चरण 2: लोकोक्ति का शाब्दिक और लाक्षणिक अर्थ समझें
शाब्दिक अर्थ: 'हरि भजन को निकलना' का अर्थ है भगवान की पूजा-पाठ या भक्ति जैसे किसी पवित्र और महत्वपूर्ण कार्य के लिए निकलना। 'औटन लगे कपास' का अर्थ है कपास ओटने लगना, जो कि एक नीरस, सांसारिक और समय लेने वाला कार्य है।
लाक्षणिक अर्थ: यह लोकोक्ति उस स्थिति का वर्णन करती है जहाँ कोई व्यक्ति किसी बड़े, महत्वपूर्ण या नेक कार्य को करने के लिए निकलता है, लेकिन रास्ते में या किसी अन्य कारण से उस मुख्य कार्य को छोड़कर किसी तुच्छ, कम महत्वपूर्ण या अनावश्यक कार्य में लग जाता है और अपने मूल लक्ष्य से भटक जाता है।
चरण 3: विभिन्न विकल्पों का विश्लेषण करें
(A) भगवान का भजन न करना: यह अर्थ बहुत शाब्दिक और अधूरा है। लोकोक्ति केवल भजन न करने के बारे में नहीं है, बल्कि एक महत्वपूर्ण कार्य से भटककर दूसरे में लगने के बारे में है।
(B) कार्य विशेष की उपेक्षा करके अन्य कार्य करना: यह विकल्प लोकोक्ति के लाक्षणिक अर्थ को सबसे सटीक रूप से व्यक्त करता है। यहाँ 'हरि भजन' एक 'कार्य विशेष' है और 'कपास ओटना' एक 'अन्य कार्य' है जो मुख्य कार्य से भटका देता है। यह मूल उद्देश्य को छोड़कर किसी और काम में लग जाने के भाव को दर्शाता है।
(C) भजन की उपेक्षा करके खेती करना: यह अर्थ भी शाब्दिक है और 'औटन कपास' को सीधे 'खेती' से जोड़ता है। जबकि लोकोक्ति का भाव किसी भी महत्वपूर्ण कार्य से भटकने का है, न कि केवल खेती का। विकल्प (B) अधिक व्यापक और सटीक है।
(D) भक्ति के मार्ग में कठिनाई का आना: यह लोकोक्ति कठिनाई आने का नहीं, बल्कि व्यक्ति के स्वयं भटक जाने या विचलित हो जाने का भाव दर्शाती है।
चरण 4: सही उत्तर की पहचान करें
उपरोक्त विश्लेषण के आधार पर, 'निकले थे हरि भजन को, औटन लगे कपास' लोकोक्ति का सबसे सटीक अर्थ 'कार्य विशेष की उपेक्षा करके अन्य कार्य करना' है।
सही उत्तर है $\boxed{\text{(B) कार्य विशेष की उपेक्षा करके अन्य कार्य करना}}$।