नीचे दो कथन दिए गए हैं: कथन 1: भरत मुनि ने 'नाट्यशास्त्र' में कुल आठ रसों का वर्णन किया है। कथन II: रस के चार प्रमुख अवयव माने गए हैं- स्थायी भाव, विभाव, अनुभाव एवं व्यभिचारी अथवा संचारी भाव। उपर्युक्त कथन के आलोक में, नीचे दिए गए विकल्पों में से सबसे उपयुक्त उत्तर का चयन कीजिए:
कथन I सत्य है: भरत मुनि ने 'नाट्यशास्त्र' में कुल आठ रसों का वर्णन किया है। ये रस हैं: श्रृंगार, हास्य, करुण, रौद्र, वीर, भयानक, बीभत्स, और अद्भुत। कथन II सत्य है: रस के चार प्रमुख अवयव होते हैं: स्थायी भाव (Permanent emotion) विभाव (Determinants) अनुभाव (Consequent emotion) व्यभिचारी भाव (Transitory emotions) इन अवयवों का उपयोग किसी भी रस को प्रकट करने के लिए किया जाता है।
उपमालङ्कारस्य लक्षणम् एतत् क्रमेण व्यवस्थापयत ।
(A) उपमा
(B) वाक्यैक्य
(C) साम्यम्
(D) द्वयोः
(E) वाच्यमवैधर्म्यम्
अधोलिखितेषु विकल्पेषु उचिततमम् उत्तरं चिनुत-
"कः कस्य पुरुषो बन्धुः किमाप्यं कस्य केनचित् एको हि जायते जन्तुरेकरेव विनश्यति ।" - इत्यत्र कः अलङ्कारः ?
"श्लिष्टैः पदैरनेकार्थाभिधाने_____ इष्यते ।" इत्यत्र रिक्तस्थानं पूरयत ।
निम्नलिखितेषु कः अर्थालङ्कारः नास्ति ?
निर्देशानुसार 'अलंकार' पर आधारित प्रश्न में से रेखांकित काव्य-पंक्तियों में अलंकार पहचानकर लिखिए:
अभिमन्यु-धन के निधन से कारण हुआ जो मूल
इससे हमारे हत हृदय को, हो रहा जो शूल है।