Question:

नीचे दो कथन दिए गए हैं: कथन 1: भरत मुनि ने 'नाट्यशास्त्र' में कुल आठ रसों का वर्णन किया है। कथन II: रस के चार प्रमुख अवयव माने गए हैं- स्थायी भाव, विभाव, अनुभाव एवं व्यभिचारी अथवा संचारी भाव। उपर्युक्त कथन के आलोक में, नीचे दिए गए विकल्पों में से सबसे उपयुक्त उत्तर का चयन कीजिए:

Updated On: May 9, 2025
  • कथन I और II दोनों सत्य हैं
  • कथन I और II दोनों असत्य है
  • कथन 1 सत्य है, लेकिन कथन II असत्य है
  • कथन । असत्य है, लेकिन कथन II सत्य है
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The Correct Option is A

Solution and Explanation

कथन I सत्य है: भरत मुनि ने 'नाट्यशास्त्र' में कुल आठ रसों का वर्णन किया है। ये रस हैं: श्रृंगार, हास्य, करुण, रौद्र, वीर, भयानक, बीभत्स, और अद्भुत। कथन II सत्य है: रस के चार प्रमुख अवयव होते हैं: स्थायी भाव (Permanent emotion) विभाव (Determinants) अनुभाव (Consequent emotion) व्यभिचारी भाव (Transitory emotions) इन अवयवों का उपयोग किसी भी रस को प्रकट करने के लिए किया जाता है।
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