मातृ एवं शिशु कल्याण केन्द्र में माँ और शिशु की स्वास्थ्य देखभाल की जाती है। इन केन्द्रों में विशेष रूप से गर्भवती महिलाओं, बच्चों और नवजात शिशुओं के लिए चिकित्सा सेवाएँ प्रदान की जाती हैं, ताकि उनकी स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का समाधान किया जा सके और उन्हें सही देखभाल मिल सके। इस केन्द्र का उद्देश्य माँ और शिशु की विशेष आवश्यकताओं को पूरा करना होता है, जैसे कि गर्भावस्था के दौरान चिकित्सा देखभाल, प्रसव के बाद शिशु की देखभाल, टीकाकरण, और पोषण संबंधी सलाह।
बुजुर्गों और किशोरों के लिए अलग-अलग स्वास्थ्य सेवाएँ होती हैं, क्योंकि इन आयु समूहों की शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य संबंधी आवश्यकताएँ अलग होती हैं। बुजुर्गों के लिए विशेष रूप से वृद्धावस्था संबंधी रोगों का इलाज, हड्डियों और जोड़ों की देखभाल, और मानसिक स्वास्थ्य सेवाएँ महत्वपूर्ण होती हैं। किशोरों के लिए मानसिक और शारीरिक विकास के दौरान उनकी पोषण, विकास, और अन्य स्वास्थ्य संबंधित समस्याओं के लिए सेवाएँ प्रदान की जाती हैं।
हालांकि, मातृ एवं शिशु कल्याण केन्द्र में मुख्य रूप से माँ और शिशु की देखभाल की जाती है। यह केन्द्र गर्भवती महिलाओं को प्रीनेटल देखभाल, शिशु को पोस्टनेटल देखभाल, और नवजात शिशुओं को विशेष चिकित्सा सेवा और टीकाकरण प्रदान करने पर केंद्रित होता है। इस प्रकार, यह केन्द्र माँ और शिशु के स्वास्थ्य और कल्याण को प्राथमिकता देता है।