पं. भीमसेन जोशी (1922-2011) भारतीय शास्त्रीय संगीत के महान गायक थे। वे ख़्याल गायकी शैली के अद्वितीय कलाकार थे और समर्पित जीवन भर रागों के क्षेत्र में रचनात्मकता और स्थिरता का उदाहरण बने रहे। उनका जन्म कर्नाटका राज्य के गडग में हुआ था।
पं. भीमसेन जोशी ने अपनी शिक्षा संगीत के प्रमुख गुरुओं से प्राप्त की, जिनमें पं. नाथ त्रिपाठी और उस्ताद मियाँ अब्दुल करीम ख़ाँ शामिल थे। उनके गायन में भक्ति रस और रागों की गहरी समझ थी। उन्होंने कर्नाटकी और हिन्दुस्तानी संगीत दोनों ही शैलियों में प्रवीणता प्राप्त की और विशेष रूप से राग भैरव, राग यमन और राग मालकौंश में अपनी गायकी से अद्भुत प्रदर्शन किया।
पं. भीमसेन जोशी को उनकी कला के लिए अनेक सम्मान प्राप्त हुए, जिसमें भारत रत्न, संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार और पद्मविभूषण जैसे सम्मान शामिल हैं। वे भारतीय शास्त्रीय संगीत के सबसे प्रभावशाली और प्रेरणादायक गायकों में से एक माने जाते हैं।