चरण 1: प्रश्न को समझें
यह प्रश्न 'के लिए' नामक कारक चिन्ह (postposition/case marker) के प्रयोग से संबंधित कारक के प्रकार की पहचान करने के लिए कहता है। कारक हिंदी व्याकरण का एक महत्वपूर्ण अंग है जो संज्ञा या सर्वनाम का क्रिया या अन्य शब्दों से संबंध दर्शाता है।
चरण 2: हिंदी के विभिन्न कारकों और उनके चिन्हों (परसर्गों) को जानें
हिंदी में कारक और उनके प्रमुख चिन्ह (परसर्ग) निम्नलिखित हैं:
(A) कर्ता कारक (Nominative Case): कार्य करने वाला। चिन्ह: ने (past tense transitive verbs)।
(B) कर्म कारक (Accusative Case): जिस पर क्रिया का फल पड़े। चिन्ह: को।
(C) करण कारक (Instrumental Case): क्रिया का साधन। चिन्ह: से, के द्वारा।
(D) सम्प्रदान कारक (Dative Case): जिसके लिए कुछ किया जाए या जिसे कुछ दिया जाए। चिन्ह: को, के लिए।
(E) अपादान कारक (Ablative Case): अलग होने, तुलना, भय, आदि का भाव। चिन्ह: से (अलग होने के अर्थ में)।
(F) संबंध कारक (Genitive Case): संबंध बताने वाला। चिन्ह: का, के, की, रा, रे, री, ना, ने, नी।
(G) अधिकरण कारक (Locative Case): क्रिया का आधार या स्थान। चिन्ह: में, पर।
(H) संबोधन कारक (Vocative Case): किसी को पुकारने या संबोधित करने के लिए। चिन्ह: हे, अरे, ओ।
चरण 3: 'के लिए' कारक चिन्ह का विश्लेषण करें
'के लिए' परसर्ग का प्रयोग तब होता है जब कोई कार्य किसी दूसरे के हित के लिए किया जाए, या किसी को कुछ दिया जाए। उदाहरण के लिए:
"मोहन रोहन के लिए फल लाया।" (यहाँ फल लाने का कार्य रोहन के लिए किया गया है।)
"माँ ने बच्चे के लिए खाना बनाया।" (यहाँ खाना बनाने का कार्य बच्चे के लिए किया गया है।)
यह परिभाषा और उदाहरण सीधे तौर पर सम्प्रदान कारक के अंतर्गत आते हैं।
चरण 4: सही विकल्प का चयन करें
उपरोक्त विश्लेषण के आधार पर, 'के लिए' कारक चिन्ह सम्प्रदान कारक के लिए प्रयुक्त होता है।
सही उत्तर है $\boxed{\text{(B) सम्प्रदान कारक}}$।