संरचना:
वार्डों से चुने सदस्य; आरक्षण प्रावधान; सरपंच अध्यक्षता करता है।
ग्राम सभा:
सभी वयस्क नागरिक—योजनाओं/बजट की स्वीकृति, सामाजिक अंकेक्षण व अनुश्रवण।
समितियाँ:
जल/स्वास्थ्य/शिक्षा/कार्यों की समितियाँ—विशेषज्ञता व निगरानी।
प्रशासन:
पंचायत सचिव/ग्राम सेवक—रिकॉर्ड, लेखा, एमआईएस, पत्राचार, भुगतान।
प्रक्रिया:
कार्यवृत्त, पारदर्शिता-पट्ट, निविदा/गुणवत्ता नियंत्रण, उच्चतर स्तर से समन्वय। यह ढांचा स्थानीय स्वशासन को प्रभावी बनाता है।