चरण 1: प्रश्न को समझें
यह प्रश्न प्रसिद्ध हिंदी साहित्यकार फणीश्वर नाथ 'रेणु' के आंचलिक उपन्यास की पहचान करने के लिए कहता है। यह हिंदी साहित्य और प्रसिद्ध लेखकों व उनकी कृतियों से संबंधित एक महत्वपूर्ण सामान्य ज्ञान का प्रश्न है।
चरण 2: फणीश्वर नाथ 'रेणु' और आंचलिक उपन्यास के बारे में जानें
फणीश्वर नाथ 'रेणु' (1921-1977) हिंदी साहित्य में 'आंचलिक उपन्यास' के जनक के रूप में विख्यात हैं। 'आंचलिक उपन्यास' वह उपन्यास होता है जो किसी विशेष अंचल (क्षेत्र) की लोक-संस्कृति, भाषा, रहन-सहन, रीति-रिवाज, अंधविश्वास और समस्याओं को यथार्थवादी रूप से चित्रित करता है।
मैला आंचल (Maila Aanchal): फणीश्वर नाथ 'रेणु' का यह उपन्यास 1954 में प्रकाशित हुआ था। यह हिंदी साहित्य का पहला और सबसे प्रसिद्ध आंचलिक उपन्यास माना जाता है। इसमें बिहार के पूर्णिया जिले के एक ग्रामीण अंचल की तत्कालीन सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक स्थितियों का सजीव और विस्तृत चित्रण किया गया है। इसने हिंदी साहित्य में एक नई विधा (आंचलिकता) को स्थापित किया।
चरण 3: विभिन्न विकल्पों का विश्लेषण करें
(A) गोदान (Godaan): यह मुंशी प्रेमचंद द्वारा लिखित एक अत्यंत प्रसिद्ध उपन्यास है, जो ग्रामीण जीवन और किसानों की समस्याओं को दर्शाता है। यह रेणु जी का उपन्यास नहीं है।
(B) मैला आंचल (Maila Aanchal): यह फणीश्वर नाथ 'रेणु' का सबसे प्रसिद्ध आंचलिक उपन्यास है। यह सही उत्तर है।
(C) दिव्या (Divya): यह यशपाल द्वारा लिखित एक ऐतिहासिक उपन्यास है। यह रेणु जी का उपन्यास नहीं है।
(D) महाभोज (Mahabhoj): यह मन्नू भंडारी द्वारा लिखित एक प्रसिद्ध उपन्यास है, जो राजनीतिक भ्रष्टाचार और समाज की समस्याओं पर केंद्रित है। यह रेणु जी का उपन्यास नहीं है।
चरण 4: सही उत्तर की पहचान करें
उपरोक्त विश्लेषण के आधार पर, फणीश्वर नाथ 'रेणु' का आंचलिक उपन्यास 'मैला आंचल' है।
सही उत्तर है $\boxed{\text{(B) मैला आंचल}}$।