Comprehension

एवं श्रेणीनां प्राणव्रतां मानां मनोविष्णुं मणोकनिष्ठाम् सम्प्राप्तम्।
कृष्णानं महाश्वे रत्नमालयकेन निर्णगमनं अपरात्मानं महात्मा सुत् घूर्णिर्षान्यं श्रियम् च।
 विष्णुकरोधकं पटलेषु श्रद्धाशक्ति एवं कर्मकारिणं इति च लक्षणे अभिवृत्तम।
 कृष्णं च इत्य् अन्यां अस्मिन लाभानां स्वं कार्यं मनुष्यवर्गेण स्मृतीनां उच्चेष्टं भद्रलेखा प्रति प्रयत्न।

Question: 1

व्याख्यान में किस पुस्तक में लिखा गया है?

Show Hint

साहित्य में शास्त्रीय रचनाएँ और उनके महान विचार, भारतीय संस्कृति को अधिक गहरे तरीके से समझने में मदद करते हैं।
Updated On: Sep 26, 2025
Hide Solution
collegedunia
Verified By Collegedunia

Solution and Explanation

उत्तर:
यह श्लोक संस्कृत साहित्य के प्रसिद्ध ग्रंथ में से एक के बारे में लिखा गया है। यह एक विशेष रूप से महत्वपूर्ण और शिक्षाप्रद ग्रंथ है, जिसका उद्देश्य जीवन के गहरे अर्थ और अध्यात्मिकता को समझाना है। इसे महान आचार्य और संतों द्वारा रचित किया गया था, जो आज भी शिक्षार्थियों के लिए प्रेरणा का स्रोत है।
Was this answer helpful?
0
0
Question: 2

कृपया, इसके मंतव्य का स्पष्टीकरण करें।

Show Hint

संस्कार और नैतिकता के विषय में विस्तृत अध्ययन हमें जीवन के उद्देश्य को समझने में मदद करता है।
Updated On: Sep 26, 2025
Hide Solution
collegedunia
Verified By Collegedunia

Solution and Explanation

मंतव्य स्पष्टीकरण:
इस श्लोक का मंतव्य यह है कि मानव का जीवन मुख्य रूप से एक उद्देश्यपूर्ण यात्रा है। यह यात्रा अध्यात्मिक और शारीरिक दोनों दृष्टिकोणों से अनिवार्य रूप से सशक्त बनानी चाहिए। यहां पर, विशेष रूप से उद्देश्य का निर्धारण और उसकी प्राप्ति की प्रक्रिया का उल्लेख किया गया है, जो मानव जीवन के उच्चतम उद्देश्य को सुनिश्चित करती है।
Was this answer helpful?
0
0
Question: 3

क्या शास्त्रों के माध्यम से मानव को आत्मज्ञान का मार्ग प्राप्त होता है?

Show Hint

आध्यात्मिकता का मार्ग शास्त्रों से शुरू होता है, और उनका अनुसरण करना जीवन में शांति और संतोष की ओर अग्रसर करता है।
Updated On: Sep 26, 2025
Hide Solution
collegedunia
Verified By Collegedunia

Solution and Explanation

उत्तर:
हां, शास्त्रों के माध्यम से मानव को आत्मज्ञान प्राप्त होता है। शास्त्र वे मार्गदर्शक होते हैं जो हमें जीवन की वास्तविकता और हमारे अस्तित्व के गहरे अर्थ को समझने में मदद करते हैं। शास्त्र न केवल धार्मिक और अध्यात्मिक मार्ग पर चलने का निर्देश देते हैं, बल्कि हमें अपने कर्मों की दिशा भी दिखाते हैं।
Was this answer helpful?
0
0
Question: 4

‘अन्तात्म’ का साधिक और लिखिए।

Show Hint

‘अन्तात्म’ का अर्थ सिर्फ शारीरिक या मानसिक दृष्टिकोण से नहीं, बल्कि आध्यात्मिक दृष्टिकोण से भी देखा जाना चाहिए।
Updated On: Sep 26, 2025
Hide Solution
collegedunia
Verified By Collegedunia

Solution and Explanation

साधिक:
‘अन्तात्म’ का साधिक शब्द है 'आत्मा', जिसे शुद्ध आत्मज्ञान के लिए ढूंढा जाता है। यह शब्द उन गहरे विचारों और अनुभूतियों से संबंधित है जो जीवन के अंतिम उद्देश्य तक पहुँचने के लिए आवश्यक हैं।
Was this answer helpful?
0
0
Question: 5

‘शास्त्र’ का कौन सा विभाग और बचन?

Show Hint

‘शास्त्र’ के अध्ययन से जीवन के महत्वपूर्ण उद्देश्यों और गहरे सत्य को समझने में मदद मिलती है।
Updated On: Sep 26, 2025
Hide Solution
collegedunia
Verified By Collegedunia

Solution and Explanation

विभाग और बचन:
‘शास्त्र’ का विभाग संस्कृत साहित्य में विशेष रूप से धार्मिक और वेदों से संबंधित होता है। शास्त्र का उद्देश्य जीवन की गहरी सच्चाइयों को समझाना और जीवन के मार्गदर्शन को स्पष्ट करना है।
Was this answer helpful?
0
0