Step 1: चौपाई छन्द.
- लक्षण: प्रत्येक पंक्ति (चरण) में 16 मात्राएँ होती हैं। यह छन्द प्रायः रामचरितमानस में प्रयुक्त हुआ है।
- उदाहरण:
"मंगल भवन अमंगल हारी।
द्रवउ सो दसरथ अजिर बिहारी।।"
Step 2: सोरठा छन्द.
- लक्षण: इसमें प्रत्येक चरण में 24 मात्राएँ होती हैं, जिनका क्रम (13 + 11) होता है।
- उदाहरण:
"बड़ा हुआ तो क्या हुआ, जैसे पेड़ खजूर।
पंथी को छाया नहीं, फल लागे अति दूर।।"