'चौपाई' अथवा 'दोहा' छन्द का लक्षण तथा उदाहरण लिखिए
चौपाई छंद एक प्रसिद्ध छंद है जो हिंदी साहित्य में विशेष रूप से रामचरितमानस और अन्य महाकाव्य काव्य रचनाओं में प्रयोग किया जाता है।
लक्षण: - चौपाई में चार पंक्तियाँ होती हैं। - प्रत्येक पंक्ति में 16 या 20 वर्ण होते हैं, जो समान या विभक्त होते हैं। - चौपाई का विशेष रूप से दोहे से लंबा रूप होता है।
उदाहरण: रामचरितमानस से एक चौपाई: "श्रीरामचन्द्र कृपालु भज मन, हरणं भगतिविशोक। रघुकुल नायक महाराज, भगतिवृद्धि दायक।"
दोहा छंद एक छोटी और बहुत ही प्रभावी छंद विधि है, जो हिंदी कविता में प्रसिद्ध है।
लक्षण: - दोहा में दो पंक्तियाँ होती हैं। - प्रत्येक पंक्ति में 13 और 11 वर्ण होते हैं। - यह विशेष रूप से गीत, भजन, और छोटी कविताओं में उपयोग किया जाता है।
उदाहरण: "सवा लाख से एक लड़ा, राम के साथ सियाराम। धरती और आकाश में, चमक रहा नक्षत्र।"
'दोहा' छंद अथवा 'चौपाई' छंद का लक्षण एवं एक उदाहरण लिखिए।
"यह सम मात्रिक छंद है। इसमें चार चरण होते हैं और प्रत्येक चरण में 24 मात्राएँ होती हैं। 11 और 13 मात्राओं पर यति होती है।" यह लक्षण किस छंद का है?
"लिखकर लोहित लेख, डूब गया दिनमणि अहा। व्योम सिन्धु सखि देख, तारक बुदबुद दे रहा।।" उपयुक्त पंक्तियों में प्रयुक्त छंद है
रोला किस प्रकार का छन्द है ?
रोला छन्द में कुल कितने चरण होते हैं ?